यूपी दरोगा ने दिया इस्तीफा, कहा इससे दिल्ली सिपाही की नौकरी अच्छी
मेरठ। अधिक वर्क लोड और समय पर छुट्टी न मिलने से परेशान उत्तर प्रदेश पुलिस के एक दरोगा ने मेरठ की एसएसपी को अपनी नौकरी से त्यागपत्र सौंपा है। दरोगा अपने ही अधिकरियों के उत्पीड़न से आजिज आकर पद से इस्तीफा देने को मजबूर हो गया। नौकरी के इस्तीफा देते समय एसएसपी मंजिल सैनी ने दरोगा अजीत सिंह को काफी देर तक समझाया लेकिन उसने एक न सुनी और लिखित रूप से एसएसपी को अपना त्याग पत्र सौंप दिया। एसएसपी ने भी दरोगा के पत्र को विभागीय कार्रवाई के लिए फॉरवर्ड कर दिया है।
यूपी पुलिस के सिस्टम पर खड़े किए सवाल
दरअसल, मेरठ के थाना रोहटा थाने में अजित सिंह दरोगा के पद तैनात है। आज दरोगा अजित ने एसएसपी से सामने पेश होकर अपना त्याग पत्र सौपा जिस पर एसएसपी ने कारण पूछा तो दरोगा अजित ने यूपी पुलिस के सिस्टम पर सवाल खड़े करते हुए बताया कि उसके साथ थाने में भेदभाव किया जाता है। आठ घंटे की जगह उस से जबरन पंद्रह से सोलह घंटे की डयूटी कराई जाती है। इतना ही नही छुट्टी मांगने पर किसी ना किसी बहाने से उसकी छुट्टी नहीं दी जाती है। अधिक समय तक ड्यूटी और ज्यादा वर्क लोड के चलते वह मानसिक तौर से परेशान हूं।
ड्यूटी के घंटे और छुट्टियों को लेकर परेशान
दरोगा अजित ने यह भी बताया कि वह यूपी पुलिस में भर्ती होने से पहले दिल्ली में सिपाही था। वह आठ घंटे की समय से ड्यूटी करके अपने परिवार के साथ समय गुजारता था। उसने यह भी बताया कि यहाँ यूपी में पुलिस ड्यूटी का कोई तय समय ही नहीं नहीं है जबकि अन्य प्रदेशों में ड्यूटी आवर्स फिक्स हैं इसलिए वह यूपी पुलिस में नौकरी नहीं करना चाहता।
मंजिल सैनी ने इस्तीफे को आगे बढ़ाया
उसका कहना है कि जिल्लत भरी दरोगा की नौकरी से अच्छा है कि वह दिल्ली में सिपाही की नौकरी कर ले। दिल्ली में टेक्निकल आधार पर सिपाही की नौकरी छोड़ा था कि वह लौटकर जाएंगे तो उन्हें उसी पद पर नौकरी मिल जाएगी। दरोगा के इस मामले में एसएसपी ने मामले की जांच के आदेश दिये है और दरोगा के पत्र को विभागीय कार्रवाई के लिए भेज दिया है।
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