VIDEO: पब्लिक से बचकर पुलिस को क्यों दौड़ना पड़ा, आखिर क्यों छीनी जाने लगी बंदूक?
युवक ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की तो सिपाही ने उसके सिर पर डंडा मारकर नदी में धक्का दे दिया। इसके बाद पुलिस डरकर भागने लगी।
शाहजहांपुर। यूपी पुलिस तो जैसे ना सुरधने की कसम खाकर बैठी है। इस बार योगी पुलिस का बेहरम चेहरा सामने आया है शाहजहांपुर में जहां पुलिस ने युवक के सिर पर डंडा मारकर उसे नदी मे फेंक दिया। आरोप है कि पुलिस नदी किनारे जुआ पकड़ने गई थी, उसी के दौरान नदी किनारे खड़े युवक को उसने पकड़ लिया। जबकि युवक जुआ नहीं खेल रहा था। आरोप है कि जब पुलिस से युवक ने छुड़ाने की कोशिश की तो सिपाही ने युवक के सिर पर डंडा मार दिया और उसके बाद उसे नदी में फेंक दिया।
इसके बाद घटना से गुस्साए लोगों ने पुलिस को दौड़ाकर बंधक बना लिया। इसी बीच एक सिपाही की रायफल भी छीनने की कोशिश की गई। वहीं आसपास के गोताखोरों ने युवक को आधे घंटे के अंदर नदी से निकाल लिया लेकिन इतने मे उसकी मौत हो चुकी थी। फिलहाल घटना के चलते आरोपी सिपाही और होमगार्ड के खिलाफ तहरीर दे दी गई है।
दरअसल वीडियो से भाग रही पुलिस चौक कोतवाली के राजघाट चौकी क्षेत्र के बाला तिराही मोहल्ले की है। इस क्षेत्र में गर्रा नदी के किनारे कुछ युवक जुआ खेलते रहे थे। तभी राजघाट चौकी पर तैनात सिपाही ओमकार सिंह और होमगार्ड राम बाबू नदी किनारे पहुंचे तो वहां पर खड़े मोहल्ले बाला तिराही निवासी 35 वर्षीय मोहम्मद तारिक पुत्र मोहम्मद ताहिर खड़े थे। चश्मदीदों ने बताया कि पुलिसकर्मी तारिक के पास पहुंचे और उससे पूछताछ करने लगे। तभी सिपाही ने उसे पकड़ लिया।
जिसके बाद तारिक ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की तो सिपाही ने उसके सिर पर डंडा मारकर नदी में धक्का दे दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने जब तारिक को नदी में गोते खाते देखा तो आसपास के रहने वाले गोताखोर नदी में कूद गए और उसकी तलाश शुरू कर दी। इतने में आरोपी सिपाहियों ने भागने की कोशिश की तो गुस्साए लोगों ने सिपाहियों को पकड़कर बंधक बना लिया। इस दौरान उनके साथ मारपीट की भी कोशिश की गई। आधा घंटा बीत जाने के बाद राजघाट चौकी पर तैनात दरोगा और सिपाही मोके पर पहुंचे लेकिन तब तक गोताखोरों ने तारिक के शव को नदी से बरामद कर लिया।
जब लोगों को इस बात की खबर लगी कि तारिक की मौत हो गई चुकी है तो लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उसके बाद मौके पर पहुंचे दरोगा और सिपाहियों को लोगों ने मौके से काफी दूर तक दौड़ा लिया। साथ ही सिपाही की रायफल भी छीनने की कोशिश की गई। इस दौरान गुस्साए मृतक की पत्नी ने पुलिसकर्मियों से मारपीट की कोशिश की। उसके बाद मौके पर इंस्पेक्टर अशोक कुमार पाल पहुंचे और मामले को संभालने की कोशिश की। उसके बाद तारिक को डायल 100 से जिला अस्पताल भेजा गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल परिजनों की तहरीर पर आरोपी सिपाही और होमगार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मृतक तारिक के परिजन मोहम्मद जावेद ने बताया कि तारिक खाना खाने के बाद नदी किनारे गया था। नदी उसके घर के बहुत पास में है इसलिए रोज वो वहां पर चले जाता था। शनिवार को भी वो इसी तरह खाना खाकर नदी किनारे टहलने गया था लेकिन तभी सिपाही ओमकार सिंह और होमगार्ड राम बाबू वहां पर पहुंचा और उसे पकड़ने की कोशिश करने लगा। मृतक के पिरजनों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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देखिए VIDEO...