योगी सरकार में दुकानें सरेंडर कर रहे हैं भ्रष्ट राशन डीलर: अतुल गर्ग
100 दिन की सरकार में जनता के लिए किए गए कार्यों को लेकर वन इंडिया हिंदी ने यूपी के राज्य मंत्री (खाद्य एवं रसद विभाग) अतुल गर्ग से खास बातचीत की।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार बने हुए 100 दिन पूरे हो गए हैं। यूपी जैसे बड़े राज्य के लिए 100 दिन कोई लंबा समय नहीं होता लेकिन जिन उम्मीदों से जनता ने भारतीय जनता पार्टी को वोट देकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, वहां एक मूल्यांकन जरूरी हो जाता है। 100 दिन की सरकार में जनता के लिए किए गए कार्यों को लेकर वन इंडिया हिंदी ने यूपी के राज्य मंत्री (खाद्य एवं रसद विभाग) अतुल गर्ग से खास बातचीत की।
100 दिन में सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए अतुल गर्ग ने बताया, 'तीन महीने में पूरी यूपी के अंदर करीब 5 लाख नकली राशन कार्ड रद्द किए गए हैं। नकली राशन कार्डों की यह संख्या 25 लाख तक भी जा सकती है। आखिर इन नकली कार्डों का राशन कहां जा रहा था। भ्रष्टाचार पर योगी सरकार ने सख्ती से कार्रवाई की है।
'सरेंडर कर रहे हैं राशन डीलर'
अतुल गर्ग ने कहा, 'प्रदेश के अंदर यह पहली बार हुआ है जब राशन डीलर अपनी दुकानें सरेंडर कर रहे हैं। अभी तक तो यह होता हुआ आया था कि लोग लाखों रुपए खर्च कर राशन की दुकानें लेते थे। आखिर क्यों ये लोग राशन की दुकानें सरेंडर कर रहे हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि अब भ्रष्टाचार पर सीधे कार्रवाई हो रही है।'
'गरीबों को बनाया जाएगा दुकानदार'
उन्होंने कहा, 'सरकार की योजना है कि अब बड़ी संख्या में गरीबों के राशन कार्ड बनाए जाएंगे। राशन की दुकानों के लाइसेंस भी केवल उन्हीं लोगों को दिए जाएंगे, जो ईमानदारी से गरीब जनता के बीच राशन बांट सकें। राशन की दुकानों के लाइसेंस देने में गरीबों, विधवाओं, महिलाओं और ऐसे लोगों को वरीयता दी जाएगी, जो वाकई इसके हकदार हैं। गरीब लोगों को मुद्रा बैंक से लोन दिलाकर दुकानदार बनवाया जाएगा। तीन महीने के अंदर सरकार ने किसानों के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
'साजिश के तहत हुई सहारनपुर हिंसा'
कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अतुल गर्ग ने कहा कि कुछ लोग प्रदेश के अंदर दलितों और पिछड़ों के वोटों की राजनीति करते रहे हैं। यूपी में जैसे ही भाजपा की सरकार बनी और दलित-पिछड़ों के लिए सरकार ने योजनाएं बनानी शुरू की, इन लोगों को अपने वोट बैंक पर खतरा नजर आने लगा। चाहे सहारनपुर की जातीय हिंसा हो या ऐसी और घटनाएं, इन सबके पीछे ऐसे ही लोगों की साजिश है, जो कभी दलित और पिछड़ों का विकास होने देना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी सरकार जल्द एक कारगर नीति लेकर आ रही है।