रात में लड़की बनकर चैटिंग करता था भाई, बहन की मैक्सी पहनकर गया था हत्या करने
उन्नाव। भाई के बार-बार मना करने के बाद भी युवक का बहन से मिलना इतना नागवार गुजरा कि उसने युवक की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या की पृष्ठभूमि में घटनाक्रम फिल्मी स्टाइल में था। जहां भाई अपने बहन के मोबाइल से प्रेमी युवक से चैटिंग करता था और घटनास्थल पर भी उसने धोखे से बुलाया। वहां उसने अपने ममेरे भाई के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। इस दौरान उसने अपनी बहन की मैक्सी भी पहन रखी थी। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त सामग्री भी बरामद कर ली गई है। उन्होंने गंगा घाट थाना पुलिस को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की।
बहन से दूर रहने की दी थी चेतावनी
विगत 27- 28 अप्रैल की रात गंगा घाट थाना क्षेत्र के धोबी घाट के पास एक अज्ञात युवक की लाश मिली थी जिसकी शिनाख्त विनोद 18 वर्ष के रूप में हुई थी। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थाना पुलिस ने उस वक्त संगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया था। विवेचना के दौरान कोतवाली पुलिस को जानकारी मिली कि मृतक विनोद अभियुक्त शिवम की बहन से प्यार करता था। शिवम विनोद को बहन से दूर रहने के लिये कहता था। परंतु विनोद नहीं मानता था।
बहन फोन भूलकर चली गई थी घर
अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार के अनुसार शिवम ने बताया कि तीन दिन पूर्व शिवम की बुआ की लड़की जो यहीं रह कर पढ़ाई करती थी, अपने घर चली गई। परंतु वह अपना मोबाइल यहीं पर भूल गई थी। शिवम ने उसी मोबाइल से विनोद से बहन बन कर चैटिंग करना शुरू किया। इसी दौरान उसने रात में चैटिंग के माध्यम से विनोद को धोबीघाट के पास स्थित झील के पास बुलाया।
शिवम और अजय ने मिलकर कर कर दी हत्या
जहां पर शिवम अपनी बहन की मैक्सी पहन कर गया था और उसने अजय उर्फ दारा पुत्र भगवानदीन निवासी रतीराम पुरवा थाना गंगाघाट को पेड़ों के आड़ में छुपा दिया। रात के अंधेरे में विनोद ने समझा कि मैक्सी पहने उसकी प्रेमिका इंतजार कर रही है और वह उससे लिपट गया। इसी बीच शिवम ने विनोद को जमीन पर पटक दिया और अजय की सहायता से दुपट्टा से गला कसकर उसकी हत्या कर दी और शव को झील के किनारे छुपा दिया।
मौके पर मिली मैक्सी, जिसे पहनकर किया था भाई ने कत्ल
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दुपट्टा, मैक्सी, दो मोबाइल फोन, मृतक की चप्पल और आईडी बरामद कर लिया है। इस मौके पर क्षेत्राधिकारी नगर स्वतंत्र कुमार सिंह भी मौजूद थे। अपर पुलिस अधीक्षक अभियुक्तों को पकड़ने वाली टीम को पुरूस्कृत करने की घोषणा की। पकड़ने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी दिनेश चन्द्र मिश्रा, आरक्षी सुल्तान सिंह, आरक्षी सुरेन्द्र पाल, आरक्षी फैयाज अली शामिल है।
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