क्या है झांसी स्टेशन पर दो ननों का वो मामला, जिसमें अमित शाह ने कहा- 'बख्शेंगे नहीं'
एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन में सफर कर रहीं दो ननों के ऊपर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया था...
झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां ट्रेन में दो ननों और उनके दो शिष्यों के ऊपर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए उन्हें गाड़ी से नीचे उतार दिया गया। दरअसल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ कार्यकर्ताओं ने ट्रेन में सफर कर रहीं दो ननों के ऊपर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया। इसके बाद रेलवे स्टेशन पर ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जांच की और मामले में धर्म परिवर्तन जैसा कुछ नहीं मिलने पर ननों को ट्रेन में जाने दिया गया। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।
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केरल के सीएम ने लिखी थी मामले में चिट्ठी
गौरतलब है कि एबीवीपी, भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा छात्र संगठन है। इस घटना को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी और मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। अमित शाह ने भरोसा दिलाया है कि ट्रेन के अंदर ननों को इस तरह परेशान करने की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। यह घटना बीते शुक्रवार यानी 19 मार्च की है।
'देश की छवि को धूमिल करती हैं ऐसी घटनाएं'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखी चिट्ठी में सीएम पिनारई विजयन ने कहा, 'इस तरह की घटनाएं हमारे देश की छवि और धार्मिक सहिष्णुता की प्राचीन परंपरा को धूमिल करती हैं। ऐसी घटनाओं पर केंद्र सरकार को आगे आकर निंदा करनी चाहिए। मैं आपसे अनुरोध करना चाहूंगा कि संबंधित अधिकारियों को इस मामले में दोषी लोगों और संगठन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दें, ताकि किसी के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन ना हो।'
'अपना सामान लेकर बाहर आ जाओ'
दरअसल इस घटना का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें बीते 19 मार्च को दो नन अपने शिष्यों के साथ हरिद्वार-पुरी उत्कल एक्सप्रेस से यात्रा कर रहीं थी। 25 सेकंड के इस वीडियो में दोनों नन ट्रेन के डब्बे के अंदर कई लोगों से घिरी हुईं थी। मौके पर मौजूद एक शख्स ने कहा, 'अपना सामान लेकर बाहर आ जाओ, अगर जो आप कह रहे हो, वो सही निकला तो आपको घर भेज दिया जाएगा।'
सुप्रिटेंडेंट नईम खान मंसूरी ने क्या बताया
इस मामले में झांसी के रेलवे पुलिस सुप्रिटेंडेंट नईम खान मंसूरी ने बताया, 'शुक्रवार को एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ता ऋषिकेश में लगे एक ट्रेनिंग कैंप से उत्कल एक्सप्रेस के जरिए झांसी लौट रहे थे। इसी ट्रेन में चार ईसाई महिलाएं दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से ओडिशा के राउरकेला जाने के लिए ट्रेन में चढ़ीं थी। इनमें से दो नन थीं और दो उनकी शिष्या। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को शक हुआ कि दोनों नन धर्म परिवर्तन के लिए उन दोनों महिलाओं को लेकर जा रही हैं।'
'जन्म से ही ईसाई थीं दोनों महिलाएं'
नईम खान मंसूरी ने आगे बताया, 'इसके बाद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने आरपीएफ को मामले की सूचना दी। मैं मौके पर पहुंचा और मामले की जांच की, जिसमें पता चला कि दोनों महिलाएं ओडिशा की ही रहने वाली हैं और अंडर-ट्रेनिंग हैं। इस मामले में दोनों महिलाओं के डॉक्यूमेंट भी चेक किए गए, जिसमें पता चला कि वो जन्म से ही ईसाई हैं। इसके बाद चारों महिलाओं को ट्रेन में जाने दिया गया।'
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