तुलसीपुर: टूट गया सपा-कांग्रेस गठबंधन, अब होगी दोनों दलों के प्रत्याशियों में जंग
कांग्रेस-सपा का गठबंधन आखिर टूट ही गया। सपा के प्रत्याशी ने निर्वाचन अधिकारी से कांग्रेस प्रत्याशी पर दोनों दलों के झंडे और नेताओं के पोस्टर लगाकर मतदाताओं को भ्रमित करने की शिकायत की है।
बता दें कि सोमवार को चुनाव चिह्न आवंटन प्रक्रिया चल रही थी और कयासों का दौर भी जारी था। वहीं, तुलसीपुर विधान सभा से चुनावी मैदान में आमने-सामने खड़े सपा के मसहूद खां और कांग्रेस की जेबा रिजवान में कोई एक अपना पर्चा उठा सकता था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और दोनों प्रत्याशियों को सपा के मशहूद खां को सपा का और पूर्व सांसद रिजवान जहीर की बेटी जेबा रिजवान को कांग्रेस का चुनाव चिन्ह दे दिया गया।
वहीं, दोनों ही प्रत्याशियों का अब एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। सपा प्रत्याशी मसहूद खां ने चुनाव आयोग तथा रिटर्निगं ऑफिसर को सौंपे गये शिकायती पत्र में कहा है कि वे सपा के अधिकृत प्रत्याशी हैं। उन्होंने 3 फरवरी को अपने नामांकन पत्र के साथ पार्टी की ओर से मिला फार्म ए और बी भी दाखिल कर दिया था। पार्टी ने प्रत्याशियों की सूची में मेरा ही नाम घोषित किया था। इस प्रकार जेबा रिजवान का कांग्रेस और सपा दोनों पार्टियों के झंडे के साथ-साथ सपा के नेताओं के पोस्टर चुनाव प्रचार में लगाना अवैध है। क्योंकि यह चुनाव आयोग की आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। साथ ही यह आपराधिक गतिविधि भी है। उन्होंने जेबा रिजवान पर दोनों दलों के गठबंधन को तोड़ने का आरोप कांग्रेस प्रत्याशी ने लगाया है जिस वजह से मतदाता भ्रमित हो रहे हैं।
दूसरी ओर जेबा रिजवान के प्रस्तावक व प्रतिनिधि खुर्शीद अनवर चांद ने कहा कि उच्च स्तर पर विचार विमर्श के बाद कांग्रेस ने जेबा को नामांकन के अंतिम दिन पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया। इस कारण अब वही गठबंधन की प्रत्याशी हैं। उन्होंने कहा कि इसी कारण गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर जेबा के चुनाव प्रचार में दोनों दलों के नेताओं के पोस्टर व झंडे लगाये गये हैं। गठबंधन हम नहीं तोड़ रहे हैं बल्कि गठबंधन तोड़ने का काम सपा प्रत्याशी ने किया है। ये भी पढ़ें: इन सीटों पर सपा-कांग्रेस प्रत्याशियों ने आमने-सामने ठोकी ताल