यूपी चुनाव में सियासी जंग को रोचक बना रहे किन्नर, जानिए किसने किसका पकड़ा झंडा
लखनऊ, 21 जनवरी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एकब्टर्फ जहां सभी राजनीतिक दल जोरशोर से जूते हुए हैं वहीं इस बार सियासी दलों की तरफ से ट्रांसजेंडरों को भी साधने की कवायद चल रही है। यू कहें कि इस बार के चुनाव में ये तबका भी अपने अपने हिसाब से चुनाव प्रचार में जुटा हुआ है। क्योंकि हर दल की चाहत इनका समर्थन हासिल करने की है। हालांकि समाजवादी पार्टी की नेता रहीं और राहुल गांधी के खिलाफ पर्चा भरने वाली किन्नर नेता सोनम ने 30 अगस्त को ही बीजेपी का दामन थाम लिया था। इस मौके पर उन्होंने सपा के चीफ अखिलेश यादव को दगाबाज करार दिया था और कहा था कि अखिलेश यादव ने कहा था कि सपा में सम्मान मिलेगा और कैबिनेट मंत्री बनाया जायेगा लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। मर जाऊंगी लेकिन कभी सपा में शामिल नहीं होऊंगी।
उत्तर प्रदेश के सियासी जंग में अब किन्नर भी अहम किरदआर बनकर सामने आ रहे हैं। बीजेपी होब्या समाजवादी पार्टी सभी ने इस समाज को केंद्र में रखकर ही अपनी रणनीति बनाई है। बीजेपी ने सोनम किन्नर को उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड का चेयरमैन बनाया है। तो इसके जवाब में समाजवादी पार्टी ने पायल किन्नर को पार्टी के किन्नर सभा का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर चुनावी मैदान में उतार दिया है। दोनों सियासी मैदान में अपनी ताकत दिखा चुकी हैं।
हालांकि कई विधानसभा क्षेत्र में इस समाज का थोड़ा बहुत वोट है। इनकी संख्या सीमित है लेकिन वो मतदाताओं को अपनी पार्टी के फेवर में लुभाने में मददगार साबित होती हैं। यही कारण है की सियासी चौसर पर इनके जरिए भी चल चली जा रही है। सोनम किन्नर बीजेपी की उपलब्धियां बताने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही हैं। वो इस बात को लेकर भी आश्वस्त हैं कि पार्टी एक या दो सीट किन्नर समाज को भी देगी।
वहीं पायल कहती हैं कि, प्रदेश की कमान संभालने के बाद वो समाजवादी पार्टी के लिए गोसाईगंज, मथुरा समेत कई स्थानों पर एक दर्जन सम्मेलन कर चुकी हैं। अखिलेश यादव जो भी फैसला लेंगे ,व्यूज किन्नर समाज अपनी भलाई समझेगा। फिलहाल ये दोनों अपनी पार्टी के लिए कितना वोट दिला पाएंगे लेकिन इतना जरूर है की चुनावी माहौल में इन्होंने सियासी गर्मी तो पैदा कर दी है।
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि राजनीति में यह एक नए प्रयोग की तरह है। समाज में बनती इनकी स्वीकार्यता के जरिए सियासी लाभ लेने में हर दल जूता हुआ है। यह दाव राजनीतिक दलों को कितना लाभ पहुचायेगा ये तो समय ही बताएगा लेकिन ये समाज भी अब चुनावी चौसर पर अपनी आमद दर्ज कराने में जुटा हुआ है।
सोनम ने कहा कि,
''यूपी में योगी जी और केंद्र में जेपी नड्डा और मोदी जी अच्छा काम कर रहे हैं। इस दौरान भाजपा का पटका गले में लटकाने के बाद सोनम भावुक हो गई। सोनम ने हा कि सपा में मेरे साथा ही नही बल्कि पूरे किन्नर समाज के साथ अन्याय हुआ। अब मरते दम तक भारतीय जनता पार्टी मे ही रह कर ही राजनीति करुंगी, लेकिन सपा में कभी वापस नही जाऊंगी।''
सोनम ने कहा कि आने वाले दिनों में जल्दी ही पूरे उत्तर प्रदेश में केसरिया फहराएगा। यूपी के 5 लाख किन्नरों को लेकर हल्दी और चावल लेकर घर घर जायेंगे। किन्नरों के साथ सपा में अन्याय हो रहा था इसलिए ये कदम उठाने का फैसला लिया है। सोनम ने कहा कि यूपी में योगी जी और केंद्र में जेपी नड्डा और मोदी जी अच्छा काम कर रहे हैं। इस दौरान भाजपा का पटका गले में लटकाने के बाद सोनम भावुक हो गई। सोनम ने कहा कि सपा में मेरे साथ ही नही बल्कि पूरे किन्नर समाज के साथ अन्याय हुआ। अब मरते दम तक भारतीय जनता पार्टी मे ही रह कर ही राजनीति करुंगी, लेकिन सपा में कभी वापस नही जाऊंगी।
यह भी पढ़ें-यूपी चुनाव में अब संघ संभालेगा हिंदुत्व का एजेंडा, सम वैचारिक संगठनों ने संभाली कमान