कानपुर का यह चाय वाला लिखता है पीएम नरेंद्र मोदी के 'मन की बात'
कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद को चाय वाला बताकर लोगों से करीबी नाता जोड़ते आये हैं। ऐसे में चाय वाले भी उनके बड़े समर्थक हैं। ऐसे ही मोदी के एक समर्थक कानपुर में हैं जो अपने चाय की दुकान के बाहर बैनर पर रोजाना 'मन की बात' लिखकर प्रधानमंत्री के विचारों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इनके दिन की शुरुआत 'मन की बात' लिखने के साथ होती है।
दुकान खोलते ही लिखते हैं मन की बात
मोदी के इस जबरदस्त फैन का नाम है अनिल कुमार पोरवाल। ये मूल रूप से कालपी के रहने वाले। अनिल कई साल पहले कालपी से आकर कानपुर के इंद्रानगर में बस गए और यहां पर इन्होंने अपनी चाय की दूकान खोली। अनिल अपनी दुकान खोलने के बाद सबसे पहले 'मन की बात' को लिखते है उसके बाद चाय बनाने का काम शुरू करते है। अनिल प्रधानमंत्री के इतने मुरीद हो गए और उन्होंने फैसला लिया की वह उनके 'मन की बात' को जन-जन तक पहुचायेंगे। अनिल महापुरुषों के क्वोट्स व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों को लिखते हैं ताकि हर चाय पीने वाला जब इधर से गुजरे तो मन की बात को पढ़कर लाभान्वित हो।
नरेंद्र मोदी के फैन
अनिल आगे बताते हैं कि चाय वालों की पहचान गरीब तबके से होती है लेकिन मोदी जी ने साबित कर दिया कि चाय वालों का दिल बहुत बड़ा होता है। मकर संक्रांति के दिन अनिल अपनी दुकान पर खिचड़ी बनाकर लोगों में बांटते हैं और सर्दी में गरीबों को मुफ्त में चाय पिलाते हैं। 8 नवम्बर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में नोटबंदी का फैसला सुनाया तबसे अनिल प्रधानमंत्री के कायल हो गए।
पीएम पर लिखते हैं कविता
अनिल प्रधानमंत्री के मन की बात को ही आगे नहीं बढ़ा रहे है बल्कि इन्होने प्रधानमंत्री पर कई कवितायें भी लिखी हैं। अनिल अपनी दुकान पर महापुरुषों के जन्मदिवस पर लोगों को अपनी लिखी कविता सुनाते हैं। अनिल लोगों को स्वच्छता का सन्देश भी देते हैं जिसमें आसपास स्वच्छ रखने के साथ गंदगी ना फ़ैलाने की अपील करते हैं।
चाय पर मन की बात की चर्चा
अनिल की दुकान पर सुबह से ही लोग चाय पीने के लिए आना शुरू कर देते है। यह लोग अनिल की लिखी मन की बात को बड़े ध्यान से पढ़ते हैं और आपस में उस पर चर्चा भी करते हैं। दुकान पर चाय पीने आये लोग बताते हैं कि अगर मोदी जी ने कोई मन की बात कही और उसको सुन नहीं पाए तो वह यहां पर लिखा हुआ देख लेते हैं। लोगों का कहना है कि मन की बात किसी प्रधानमंत्री ने नहीं की केवल मोदी ने की।