6 विलुप्त नदियों को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम कर रही है योगी सराकर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार बुंदेलखण्ड की पेयजल समस्या का समाधान करने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। भविष्य में पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अभी से आवश्यक कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि बुंदेलखण्ड सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जल की समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा 6 विलुप्तप्राय नदियों को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
गंगा और यमुना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इनकी अविरलता बनाए रखने तथा इनमें प्रचुर मात्रा में जल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इन पर जल आपूर्ति हेतु निर्भरता कम करनी होगी। राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में भी आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। साथ ही, भूगर्भ जल रिचार्जिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पिछले वर्ष से ही बुंदेलखण्ड सहित प्रदेश के अन्य जनपदों में जलसंचयन की दिशा में सार्थक प्रयास शुरू कर दिए गए थे, जिसके चलते इस वर्ष अधिकतर क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध है।
बैठक के दौरान सीएम ने महाराष्ट्र राज्य में जल समस्या के समाधान के लिए सरकार, राजनैतिक संगठनों, स्वयंसेवी संगठनों तथा जनसहभागिता से चलाए जा रहे 'सुजलाम् सुफलाम्' अभियान पर प्रस्तुतिकरण भी देखा। महाराष्ट्र में यह अभियान सूखा प्रभावित जनपदों में जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। इस अभियान को सूखा प्रभावित जनपद में जिला प्रशासन की मदद से लागू किया जाता है। इसके तहत संबंधित जनपद में सबसे पहले विभिन्न वाटरशेड ढांचों जैसे डैम, तालाब, एमआई टैंक, परकोलेशन पॉण्ड तथा फार्म पॉण्ड को चिन्हित करने के बाद मंजूरियां दी जाती है।