कैसे 10 सेकंड के भीतर पार्टी से निकाले गए अखिलेश...
मुलायम से पास बैठे शिवपाल ने कान में कहा कि 'टाइप हो रहा है, आप घोषणा कर दीजिए' इसके बाद मुलायम सिंह ने पलट कर पूछा 'कह दें क्या' शिवपाल ने हामी भर दी।
नई दिल्ली। भारत और उत्तर प्रदेश की राजनीति आज एक अनोखे घटनाक्रम की गवाह बनी है। मुलायम सिंह ने अपने बेटे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी से निकाल दिया है। अखिलेश को पार्टी से निकालने का फैसला एक पिता के तौर पर कोई आसान नहीं रहा होगा, तनाव उनके चेहरे पर दिखा भी जब वो ये घोषणा कर रहे थे। मुलायम ने अखिलेश को निकाले जाने का नोटिस पहले से नहीं टाइप करवाया था लेकिन दस सेंकड में अचानक प्रदेश की राजनीति में भूचाल लाने वाला फैसला ले लिया गया।
दरअसल मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव ने जब प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो शुरू में उसमें रामगोपाल यादव के निष्कासन की बात थी। मुलायम ने रामगोपाल यादव पर अखिलेश को बहकाने का आरोप लगाया और उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया। मुलायम सिंह ने रामगोपाल पर कई आरोप लगाए और उन्हें पार्टी के खिलाफ काम करने वाला बताया। कई टीवी चैनलों की स्क्रीन पर 'भाई को बाहर किया बेटे को छोड़ा' भी फ्लैश करने लगा लेकिन तभी पास बैठे शिवपाल ने नेताजी मुलायम सिंह के कान में कहा कि 'टाइप हो रहा है, आप घोषणा कर दीजिए' इसके बाद मुलायम सिंह ने पलट कर पूछा 'कह दें क्या' शिवपाल ने हामी भरी और मुलायम सिंह ने कहा कि अखिलेश को भी छह साल के लिए बाहर किया जाता है। महज दस सेंकड और नोटिस के टाइप हुए बिना ही अखिलेश बाहर हो गए। एकबारगी तो मौजूद मीडियाकर्मी भी चौंक गए कि कहीं कोई गलतफहमी तो नहीं हो रही लेकिन फिर से अखिलेश के निष्कासन की बात कहने पर पुष्टि हुई।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव को एक बार फिर छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। मुलायम सिंह यादव ने राम गोपाल यादव पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस बात को समझ नहीं रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि रामगोपाल यादव को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसा करके रामगोपाल यादव ने पार्टी के हित नहीं किया है। उन्होंने सीधे तौर पर राम गोपाल यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो मुख्यमंत्री का भविष्य खत्म कर रहे हैं।