सावन का तीसरा सोमवार: महादेव की भक्ति के लिए देवता दे रहे हैं शक्ति
हर साल की तरह इस साल भी कांवरियों का समूह वाराणसी की गलियों, घाटों, सड़कों और कांवरिया शिविरों में बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए उमड़ पड़े हैं।
वाराणसी। काशी समेत पूरे भारत में सावन का सोमवार मनाया जा रहा है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए देर रात से ही कई किलोमीटर भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। बाबा का दर्शन करने से पहले कांवरिया गंगा स्नान करने के लिए घाटों पर भारी संख्या में जुटे हुए हैं। आलम ये है की काशी नगरी पूरी तरह से कांवरियों के केसरिया रंग और भोले की भक्ति में रंगी हुई हैं। हर साल की तरह इस साल भी कांवरियों का समूह वाराणसी की गलियों, घाटों, सड़कों और कांवरिया शिविरों में बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए उमड़ पड़े हैं। वहीं इंद्र देवता भी बाबा भोलेनाथ की प्यारी नगरी काशी को लगातार घंटों रिमझिम फुआरों से भिगो दिया है जिसे देख सभी के चेहते खिल उठे हैं।
काशी में गूंज रहा है बोल बम
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के सोमवार पर भक्तों और कांवरियों की भारी भीड़ जुटी हुई है। आज के दिन ऐसी मान्यता मानी गई है की बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर उनका जलाभिषेक किया जाता है तो भक्तों के सारे पाप नष्ट होते हैं और सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शायद इसी आस को लिए लोग बाबा की एक झलक पाने के लिए घंटों से कतार में खड़े होकर दर्शन करने के लिए अपनी पारी का इंतजार कर रहे हैं।
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महादेव की नगरी काशी जहां हर साल कांवरियों का जत्था अपने आराध्य को जल चढ़ाने के लिए आता है। वो इस बार का सावन वाराणसी के रहने वालों के साथ ही वाराणसी आने वाले कांवरिया भक्तों के लिए बड़ा सुहाना हो गया है। रात से ही यहां का मौसम सुहाना हो गया है. रुक-रुककर इंद्र देव भी कशी का अभिषेक कर रहे हैं। जिससे भोलेनाथ के दर्शन के लिए कई घंटों तक इंतजार करने वाले भक्तों को भी राहत है। इन फुहारों ने जहां पूरे काशी नगरी के मौसम का मिजाज बदल दिया है वहीं जलाभिषेक करने वाले कांवरिया भी खुशी से बोल बम बोल रहे है।
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