पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मिला कालेधन वाला बड़ा धन्ना सेठ
जर्दा कारोबारी के तीन ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और सेंट्रल एक्साइज की संयुक्त टीम ने छापेमारी की।
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काले धन के एक बड़े मामले का बड़ा खुलासा हुआ है। यहां एक बड़े जर्दा कारोबारी और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और सेंट्रल एक्साइज की संयुक्त टीम ने छापा मारा जिसमें करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी का पता चला है। जर्दा का व्यापार करने वाले रत्नेश जायसवाल पूर्वांचल के बड़े उद्योगपति माने जाते हैं। उनके और रिश्तेदारों के ठिकानों से आईटी और एक्साइज ने कई दस्तावेजों के साथ अन्य चीजें सीज की हैं। Read Also: नोटबंदी पर कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी को घेरा, भाजपा ने किया पलटवार
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और सेंट्रल एक्साइज की संयुक्त टीम, कारोबारी के तीन ठिकानों पर लगभग 24 घंटे तक छापेमारी करती रही जिसमें अधिकारियों ने घर के चप्पे-चप्पे को छान मारा। घर में मौजूद लोगों के मोबाइल फोन बंद करवा दिए गए थे। टीम ने रत्नेश जायसवाल, अंकुर जायसवाल और अंकुश जायसवाल के रामकटोरा, लहरतारा और पानदरीबा स्थित घर व ऑफिस पर छापेमारी की जहां से अधिकारियों ने कई दस्तावेज, बही-खाता, कंप्यूटर के हार्ड डिस्क समेत अन्य चीजें जब्त कीं। इस छापेमारी के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और कारोबारियों में इसकी चर्चा गर्म रही। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, जर्दा कारोबारी के दस्तावेजों से करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी किए जाने का पता चला है।
50 से ज्यादा अधिकारियों की टीम ने जर्दा कारोबारी रत्नेश जायसवाल के यहां छापेमारी की। इस टीम में लखनऊ, इलाहाबाद और कानपुर के इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी शामिल रहे। इस टीम का नेतृत्व लखनऊ जोनल यूनिट के सेंट्रल एक्साइज के डायरेक्टर जनरल कर रहे थे। इलाहाबाद के एक अधिकारी का कहना है कि रत्नेश जायसवाल ने लहरतारा में बिना एक्साइज ड्यूटी चुकाए प्लांट लगाया था। इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों के मुताबिक, पूर्वांचल के कई बड़े कारोबारियों के खिलाफ जांच चल रही है और उनके ठिकानों पर कभी भी छापेमारी की जा सकती है। Read Also: नोटबंदी: कालेधन को सफेद करने का आरोपी रोहित टंडन गिरफ्तार, पढ़िए उससे जुड़ी खास बातें