'पीएम अंकल मैं जीना चाहती हूं, मुझे मरने से डर लग रहा है'... और वो नहीं बची!
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इलाहाबाद। यूपी के इलाहाबाद में कैंसर से जूझ रही 10 साल की बच्ची ने सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिखा। कहीं से कोई मदद नहीं मिल पाई और जिंदगी ने उस बच्ची का साथ छोड़ दिया है। उसने खत में अपनी गरीबी और लाचारी का जिक्र किया था। इलाज के लिये मदद मांगी थी।
क्या लिखा था खत में
CM और PM अंकल मैं भी आपके प्रदेश और देश की एक गरीब बेटी हूं। मेरे पापा नहीं हैं। मेरी मां बहुत गरीब है। मैं बहुत बीमार हूं। मेरे इलाज के लिए बड़े अस्पताल के डॉक्टर बहुत रुपया मांग रहे हैं। मेरी मदद करिए क्योंकि मुझे मरने से बहुत डर लगता है। मास्टर साहब बताते हैं कि मरने के बाद मम्मी नहीं मिलेंगी। मुझे अपनी मम्मी के पास रहना है। मैं भी जीना चाहती हूं। पढ़ना चाहती हूं। पढ़-लिखकर खूब पैसा कमाना चाहती हूं ताकि मेरी मां की गरीबी दूर हो जाए। उसे पैसे के लिए किसी के सामने रोना न पड़े। प्लीज मेरी मदद करिए।
'आपकी प्रिन्सी'
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कौन थी प्रिन्सी
इलाहाबाद का एक छोटा गांव है देवरी कला। इस गांव की चहकती गुड़िया थी प्रिन्सी। स्कूल से लेकर घर तक उसके हर रोज के किस्से हैं। प्रिन्सी के पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मां ने लाड-प्यार में कभी कोई नहीं होनी दी है। चार बहनों में दूसरे नंबर की प्रिन्सी को करीब 6 महीने पहले पता चला कि उसे कैंसर था। प्रिन्सी को इलाज के लिये कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। खेत में मजदूरी करने वाली मां बेटी की जान बचाने के लिये गांव और रिश्तेदारों से मदद मांग रही थी।
मास्टर साहब ने सुझाया था रास्ता
प्रिन्सी के स्कूल के मास्टर साहब ने प्रिन्सी को मदद के लिये सीएम, पीएम को चिट्ठी लिखने को कहा था। जिस पर प्रिन्सी ने एक मार्मिक खत लिखा और सीएम योगी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेज दिया। प्रिन्सीमपिछले एक हफ्ते से अस्पताल में थी। उसकी हालत गंभीर थी। एक महीने पहले लिखे खत का अभी तक जवाब नहीं आया था। प्रिन्सी को इंतजार था कि उसे मदद मिलेगी और वह जिंदा रहेगी लेकिन ऐसा हो न सका।
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