यूपी पुलिस ने पेश की इंसानियत की मिसाल, हर कोई कर रहा तारीफ
एक बुजुर्ग हॉकर की साइकिल खो जाने की वजह से उसके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया, जो रंगरुटों को काफी सामान पहुंचाता था।
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रंगरूटों ने इंसानियत की ऐसी मिसाल पेश की है, कि हर कोई तारीफ कह रहा है। मुरादाबाद की डॉ. अंबेडकर पुलिस एकेडमी में पुलिस कांस्टेबल की ट्रेनिंग कर रहे इन युवाओं ने एक हॉकर की साइकिल खो जाने पर मिलकर उसको नई साइकिल लेकर दी।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी के पीआरओ राहुल श्रीवास्तव ने ट्विटर पर इस बात का जिक्र किया है। जिसके बाद उनका ये ट्वीट काफी वायरल हो रहा है। एक बुजुर्ग हॉकर की साइकिल खो जाने की वजह से उसके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया, जो रंगरुटों को अखबार पहुंचाता है। जब उसकी परेशनी का रंगरूटों को पता चला तो सभी ने मिलकर उसको नई साइकिल लेकर दी।
आईपीएस अधिकारी नवननीत सिकेरा ने अपनी फेसबुक वॉल पर घटना का जिक्र किया है और बताया कि तिस तरह से पूरा मामला हुआ। दरअसल ओमप्रकाश नामक एक वृद्ध व्यक्ति पुलिस लाइन में अखबार बेचने आते थे अक्सर वो रिक्शा या पैदल आते थे तथा बैरकों में घूम घूम कर रोजी रोटी की दुहाई देकर अखबार बेचते थे। रिक्रूट आरक्षियों के मन में कुछ बात आई और उन्होंने ओमप्रकाश से उनके परिवार की स्थिति जानी और पूछा की आप क्या कमा पाते होंगे सारी बचत तो आपकी रिक्शा वाला ले लेता होगा तो ओमप्रकाश ने बताया कि उसकी साइकिल कुछ दिन पहले चोरी हो गई है और अब उसकी इतनी सामर्थ्य नही कि वो साइकिल खरीद सके।
इस पर रिक्रूट आरक्षियों का दिल पसीजा तो उन्होंने ओमप्रकाश की मदद करने की ठान ली। रात में ही कुछ रिक्रूट आरक्षियों ने आपस में पैसे इकट्ठे किये और एक नई सायकिल ले आये सुबह ओमप्रकाश को देने के लिए, 31-03 2017 की सुबह ओमप्रकाश के लिए ऐसी खुश खबरी लेकर उसे पता नही था। जैसे ही ओमप्रकाश बैरिक में घुसे रिक्रूट आरक्षियों ने उनके हाथ से अखबार ले लिए और बोले ताऊ जी आज के बाद आप बैरिक में घूम घूम कर अखबार नही बेचेंगे। ये सुनकर ओमप्रकाश डर गए कही कोई गलती तो नही हो गयी मुझसे उन्होंने रोनी सूरत बना ली लेकिन जल्दी ही आरक्षियों ने ताऊ जी को आज के बाद आप जितने भी अख़बार लाओ सिर्फ एक जगह रख देना हर किसी के पास घूमने की जरूरत नहीं। इसके बाद उनको आरक्षियों ने साइकिल भेंट कर दी।