PM मोदी कर सकते हैं Ayodhya में 'लता चौक' का उद्घाटन, परिजनों को भी भेजा गया बुलावा
लखनऊ/ अयोध्या, 26 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 सितंबर को दिवंगत गायिका लता मंगेशकर की 93वीं जयंती के अवसर पर उनके परिवार के कुछ सदस्यों की मौजूदगी में अयोध्या में लता मंगेशकर चौक का उद्घाटन कर सकते हैं। हालांकि इस कार्यक्रम में वर्चुअली पीएम मोदी के भी शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। भारत रत्न से सम्मानित महान गायिका का इस साल 6 फरवरी को 92 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी, पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के साथ ही अयोध्या के कई संत भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
दरअसल हाल ही में अयोध्या विकास प्राधिकरण का एक प्रतिनिधिमंडल अपने सचिव एसके सिंह के नेतृत्व में लता मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर और परिवार के अन्य सदस्यों को इस आयोजन के लिए आमंत्रित करने के लिए मुंबई गया था। अयोध्या स्थित इतिहासकार यतींद्र मिश्रा भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। मिश्रा ने लता मंगेशकर पर एक पुस्तक "लता: सुर गाथा" लिखी है।
वर्चुअली शामिल हो सकते हैं मोदी
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल रूप से शिरकत करने की संभावना है। हालांकि इसे अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने के मुताबिक, "सीएम 28 सितंबर को लता मंगेशकर चौक का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय संस्कृति मंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। लता मंगेशकर के परिवार के कुछ सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है।"
राम कथा पार्क में होगा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
इस मौके पर राम कथा पार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। विशेष आयोजन के लिए नया घाट की दीवारों को लता मंगेशकर के चित्रों से रंगा गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में प्रसिद्ध नया घाट क्रॉसिंग का नाम बदलकर लता मंगेशकर क्रॉसिंग कर दिया है।
क्रॉसिंग पर एक 40 फुट लंबा भारतीय शास्त्रीय संगीत वाद्ययंत्र14 टन वजन की वीणा भी स्थापित किया गया है। वीणा को मास्टर मूर्तिकार राम वनजी सुतार ने डिजाइन किया है, जिन्होंने गुजरात में "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी" (दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति) भी डिजाइन की है।
रंजन मोहंती ने बनाया है चौक का डिजाइन
नोएडा स्थित वास्तुकार रंजन मोहंती ने लता मंगेशकर चौक को डिजाइन किया है, जहां प्रसिद्ध गायक द्वारा गाए गए प्रसिद्ध भजन भी बजाए जाएंगे। हालांकि प्रारंभ में अयोध्या के संतों ने लता मंगेशकर के नाम पर क्रॉसिंग का नाम बदलने का विरोध किया था। इसके बजाय वे चाहते थे कि प्रसिद्ध नया घाट क्रॉसिंग का नाम जगतगुरु रामानंदाचार्य के नाम पर रखने की मांग की गई थी।
बीजेपी सरकार बनने के बाद ही एजेंडे में अयोध्या
दरअसल सरकार बनने के बाद से ही अयोध्या योगी सरकार के एजेंडे में सबसे उपर रहा। पिछले साढ़े चार साल में योगी सरकार ने अयोध्या के कायाकल्प के लिए काफी कदम उठाए। योगी ने सबसे पहले फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या जिला रखा। इसके बाद अयोध्या में सरकार ने श्रीराम एयरपोर्ट बनाने का ऐलान किया था। योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की जो अब तक का सबसे बड़ा आयोजन है। संगीतमय स्वरों को दर्शाने के लिए तालाब में एक सर्कुलेटरी वॉकवे और सात संगीत स्तंभ होंगे। यहां लता मंगेशकर के 'भजन' बजाए जाएंगे।
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