उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव के समर्थन में आए 200 से ज्यादा विधायक, एफिडेविट पर किया हस्ताक्षर
समाजवादी पार्टी के 200 से ज्यादा विधायकों ने एक एफिडेविट पर हस्ताक्षर किया। सूत्र बता रहे हैं कि ये एफिडेविट अखिलेश यादव के पक्ष में समर्थन जताने के लिए साइन कराए गए हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सियासी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। सभी सियासी दल चुनावी रणनीति के तहत अपना कदम आगे बढ़ा रहे हैं। दूसरी ओर प्रदेश में सत्ता संभाल रही समाजवादी पार्टी में जारी घमासान अभी भी जारी है। इस बीच समाजवादी पार्टी के सूत्रों के हवाले से खबर है कि 200 से ज्यादा विधायकों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पक्ष में एक एफिडेविट पर हस्ताक्षर किया है। इस हलफनामे में हस्ताक्षर से साफ है कि पार्टी के 200 से ज्यादा विधायक अखिलेश यादव के समर्थन में हैं।
अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के बीच समाजवादी पार्टी के नेतृत्व को लेकर जारी विवाद अभी भी थमता नहीं दिख रहा है। कई दौर की बातचीत और सुलह की कोशिशों के बाद भी बीच रास्ता नहीं निकला है। फिलहाल अखिलेश यादव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। हालांकि मुलायम सिंह यादव इसके खिलाफ हैं और चुनाव आयोग में उन्होंने समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर अपना दावा ठोंका है। इस बीच अखिलेश यादव खेमे की ओर से भी साइकिल चुनाव चिन्ह पर दावा किया जा रहा है। पार्टी से जुड़े कई वरिष्ठ नेता भी अखिलेश यादव के समर्थन में आ गए हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी के 200 से ज्यादा विधायकों ने एक एफिडेविट पर हस्ताक्षर किया। सूत्र बता रहे हैं कि ये एफिडेविट अखिलेश यादव के पक्ष में समर्थन जताने के लिए साइन कराए गए हैं।
इससे
पहले
सुबह
में
अखिलेश
यादव
ने
पार्टी
नेताओं
का
साथ
बैठक
भी
की
थी।
जिसमें
पार्टी
की
भावी
रणनीति
को
लेकर
चर्चा
की
गई।
चुनाव
तारीखों
के
ऐलान
के
साथ
ही
अखिलेश
यादव
पूरी
तरह
से
एक्शन
मोड
पर
हैं
और
उन्होंने
शिवपाल
यादव
द्वारा
बर्खास्त
किए
गए
चार
जिलाध्यक्षों
को
वापस
ले
लिया
है
और
उन्हें
फिर
से
पार्टी
में
जगह
दी
है।
इन
चारों
जिलाध्यक्षों
देवरिया
से
राम
इकबाल
यादव,
कुशीनगर
से
रामअवध
यादव,
आजमगढ़
से
हवलदार
यादव
और
मिर्जापुर
से
आशीष
यादव
शिवपाल
यादव
ने
बर्खास्त
कर
दिया
था,
लेकिन
अखिलेश
के
इस
कदम
के
बाद
दोनों
ही
उनके
गुट
में
शामिल
हो
गए
हैं
और
ये
चारों
चुनाव
की
तैयारी
में
जुट
गए
हैं।
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के
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तैयार