हाईवे पर दुल्हन की हत्या करने वाले गैंग को पुलिस ने दबोचा, लेकिन कहानी में हैं कई झोल
मेरठ: दौराला क्षेत्र में हाई-वे पर लूटपाट के दौरान हुई दुल्हन की हत्या का आज खुलासा करते हुए एसटीएफ और पुलिस ने घटना में शामिल एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए बदमाश ने अपने साथियों के साथ हाइवे पर लूटकाण्ड का विरोध करने पर दुल्हन को मार दी थी और फरार हो गए थे। साथ ही पुलिस ने हाई वे पर लूट करने वाले एक अन्य गैंग का भी खुलासा किया है, इस गैंग में पकड़ा गया बदमाश भी शामिल है। इस गैंग के दो सदस्य सहित कुल तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट की वर्ना कार और हथियार भी बरामद किए गए हैं। हालांकि एसटीएफ के खुलासे की कहानी में कई झोल हैं, जिनका जवाब 'खाकी' के पास नहीं है।
एसएसपी राजेश पांडे, एसटीएफ के एसपी आलोक प्रियदर्शी अपनी टीम के साथं पुलिस लाइन में दुल्हन हत्याकांड का खुलासा किया। एसटीएफ के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि 27 अप्रैल को दौराला हाइवे पर हुई दुल्हन महविश की हत्या में शामिल अक्षय चैधरी उर्फ गोलू पुत्र वेदपाल निवासी ढढरा थाना जानी को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त अक्षय के साथ ही विपिन शर्मा ,विशाल को भी दबोचा गया है। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए बदमाश अक्षय ने पुलिसिया पूछताछ में बताया कि दुल्हन महविश की हत्या को उसने अपने साथी सूरज, धीरज चौधरी निवासी शताब्दी नगर और हिमांशु उर्फ नरसी निवासी मोदीनगर के साथ मिलकर अंजाम दिया था।
घटना के दिन चारों युवक दिल्ली दून हाईवे पर अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से दूल्हे और दुल्हन को ले जा रही सजी हुई स्विफ्ट डिजायर कार के पीछे लग गए। दौराला में कार को ओवरटेक कर रोकने के बाद कार सवार बारातियों से लूटपाट शुरू कर दी। इसी बीच दुल्हन महविश ने शोर मचाया तो हिमांशु ने महविश को गोली मार दी। लूटपाट के बाद वह फरार हो गए और मोदीनगर के एक अस्पताल में हिमांशु का इलाज कराते रहे।
बदमाशों की निशानदेही पर लूटी गई उक्त वर्ना कार, दुल्हन से लूटे गए झुमके व कुछ अन्य जेवर, एक बाइक, तीन मोबाइल, एक तमंचा व कारतूत और 6500 की नकदी बरामद की गई है। दुल्हन हत्याकांड मंे शामिल सूरज, धीरज व हिमांशु की तलाश जारी है। हालांकि एसटीएफ दुल्हन हत्याकांड का खुलासा कर अपनी पीठ थपथपा रही है।
लेकिन खुलासे में कई झोल हैं जो खुलासे की कहानी झूठी साबित करते दिखाई देते हैं। दरअसल, जिन आर्टिफिशल झुमकियों को पुलिस बदमाशों से बरामद किए जाने का दावा कर रही है, घटना की रात वह पुलिस को घटनास्थल से बरामद हुई थीं। वहीं पीड़ित पक्ष द्वारा भी लुटेरों की शिनाख्त न कराए जाने की बात कही जा रही है।