शादी में आए लोगों के गहने चुराता था मासूम बेटा, मां-बाप सिखाते थे चोरी की ट्रिक
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में कंकरखेड़ा थाने की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो शादी समारोह के दौरान दूल्हा या दुल्हन पक्ष के पैसों और गहनों से भरे बैग को चुरा लेते थे। पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर चुराये गए गहने और नकदी बरामद करने का दावा किया है। पकड़े गए आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। खास बात ये है कि पकड़े गए आरोपी पति पत्नी है और ये दोनों अपने बेटे से चोरी की घटना को अंजाम दिलाते थे।
ऐसे
पकड़े
गए
ये
पति-पत्नी
पुलिस
के
मुताबिक
20
जुलाई
को
कंकरखेड़ा
स्थित
ग्रांड
रिसाला
मैरिज
होम
में
शादी
समारोह
के
दौरान
जेवरात
चोरी
होने
के
मामले
में
संदेह
के
आधार
पर
एक
बच्चे
को
पुलिस
ने
पकड़
कर
पूछताछ
की।
इस
दौरान
इस
बच्चे
को
छोड़ने
के
लिए
सिफारिश
में
अपने
आपको
को
वकील
बताकर
किसी
ने
फोन
किया।
जिसके
बाद
पुलिस
ने
एक
जीपीएस
लगी
गाड़ी
से
बच्चे
को
उसके
घर
पर
भेज
दिया।
इस
दौरान
पुलिस
उसका
पीछा
करते
हुए
वहां
से
बच्चे
के
बाप
कुंदन
और
मां
श्रीदेवी
को
हिरासत
में
ले
लिया।
मध्यप्रदेश
के
रहने
वाले
पुलिस
के
मुताबिक
कुन्दन
और
श्रीदेवी
मध्यप्रदेश
के
गुडखेड़ी
राजगढ़
के
निवासी
हैं।
आरोपियों
के
पास
से
मंडप
से
चोरी
हुए
जेवरात
में
से
हार,
चेन,
दो
कंगन,
मंगलसूत्र
और
17
सौ
की
नकदी
बरामद
हुई
है।
आरोपियों
ने
बताया
उन्होंने
अपने
साथी
राज
की
मदद
से
मंडप
में
चोरी
की
थी,
चोरी
का
अन्य
माल
राज
के
पास
है।
दूसरे
राज्यों
में
भी
सक्रिय
है
गिरोह
पुलिस
के
मुताबिक
आरोपियों
ने
पूछताछ
में
बताया
कि
पश्चिम
यूपी
में
मध्यप्रदेश
के
25-30
गिरोह
सक्रिय
हैं,
जो
मंडपों
में
चोरी
करते
हैं।
गिरोह
के
सदस्य
सफाई
कर्मचारी
बनकर
मंडप
मालिक
से
संपर्क
कर
शादियों
की
तारीख
पता
करते
हैं।
इसके
बाद
समारोह
में
बच्चों
को
भेजकर
उनसे
चोरी
कराते
हैं।
पूछताछ
में
यह
भी
बताया
कि
गिरोह
के
सदस्यों
का
एक
वकील
होता
है
जो
बच्चे
के
पकड़े
जाने
पर
पुलिस
पर
दबाव
बनाकर
बच्चे
को
छुड़ा
लेता
है।
गिरोह
के
अन्य
सदस्यों
की
तलाश
एसएसपी
मेरठ
राजेश
पांडे
और
एसपी
सिटी
रणविजय
सिंह
ने
प्रेसवार्ता
के
दौरान
पकड़े
गए
दोनों
शातिर
आरोपियों
के
बारे
में
मीडिया
को
जानकारी
दी।
एसएसपी
ने
बताया
कि
पूछताछ
में
पता
चला
कि
इस
गिरोह
का
जाल
दूसरे
राज्यों
में
भी
फैला
है।
इस
गिरोह
के
सदस्य
रायगढ़,
मुरैना,
भिंड,
ग्वालियर,
मथुरा,
अलीगढ़,
गाजियाबाद,
मेरठ,
मुजफ्फरनगर
आदि
जिलों
में
इसी
तरह
घटनाओं
को
अंजाम
देते
हैं।
इस
गिरोह
के
अन्य
सदस्यों
के
बारे
में
जानकारी
की
जा
रही
है।