यूपी चुनाव: ईवीएम मशीनों की बंदरों से रखवाली के लिए तैनात किए लंगूर
ईवीएम की सुरक्षा के लिए जहां कताई मिल में भारी मात्रा में फोर्स तैनात है तो वहीं लंगूर भी ईवीएम की सुरक्षा में लगाए गए हैं। गौरतलब है कि इन लंगूरों की सेना को बंदरों को भगाने के लिए तैनात किया गया है।
बंदरों से बचाएगी लंगूर की सेना
दरअसल, चुनाव में मतदाताओं और मतगणना स्थल को सुरक्षित रखने लिए चुनाव आयोग ने लंगूर की सेना तैनात की है क्योंकि मतगणसना स्शल के आसपास भारी तादाद में बंदर है। इन बंदरों से स्ट्रांग रुम को भी खतरा है। लिहाज़ा ज़िला प्रशासन ने बिना देरी के यहां ईवीएम की सुरक्षा के लिए और बंदरों को दूर भगाने के लिए लंगूर तैनात कर दिए हैं। फिलहाल, दो लंगूर दिन रात बंदरों को भगाने में और ईवीएम की सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
पुलिस को भी परेशान किया हुआ है इन बंदरों ने
बता दें कि यहां सेन्ट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी तैनात हैं जो दिन रात चौबीस घंटे ईवीएम की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। लेकिन वे भी बंदरों से त्रस्त नज़र आते हैं। सुरक्षा जवानों का कहना है कि सैकड़ों की संख्या में यहां पर बंदर है। जब तक लंगूर रहता है तब तक बंदर पास नहीं आता है। लेकिन जैसे ही लंगूर दूसरी तरफ चला जाता है बंदरों की फौज न जाने कहां से आ जाती है।
बंदरों के आगे बेबस हैं पुलिस के जवान
वहीं, बंदूक लिए सुरक्षा के लिए तैनात ये जवान हर आफत का सामना करने के लिए मुस्तैद हैं। लेकिन बंदरों के आगे बेबस नज़र आते हैं। ये जवान रह रहकर सुरक्षा की बात करने पर बंदरों का जिक्र करने लगते हैं। सेन्ट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के इन जवानों का कहना है कि अगर स्ट्रांग रुम में बंदर दाखिल हो गए तो भारी तबाही मचा सकते हैं।
मेरठ की सभी विधानसभा सीटों की ईवीएम मशीने यहीं पर रखी हुई हैं
गौरतलब है कि मेरठ की सात विधानसभा सीटें मेरठ शहर, मेरठ दक्षिण, मेरठ कैंट, किठौर, सिवालख़ास, सरधना और हस्तिनापुर विधानसभा सीट के हज़ारों ईवीएम मशीने यहीं पर रखी गईं है। ये भी पढे़ं: सपा समर्थक ने पूरे शरीर पर गुदवाए अखिलेश-डिंपल के टैटू, देखिए