कासगंज हिंसा: चंदन गुप्ता का हत्यारोपी सलमान गिरफ्तार
कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज में 26 जनवरी को हुआ हिंसा मामले में एक और आरोपी सलमान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सलमान पुत्र चमन निवासी मोहल्ला नबाब चंदन गुप्ता की हत्या में आरोपी है। चंदन की 26 जनवरी को हिंसा में गोली लगने के से मौत हो गई थी। सलमान को पुलिस ने उसे किसरौली रोड से गिरफ्तार किया है। सलमान के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद होने की बात पुलिस ने कही है। वहीं सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के मामले में पुलिस ने व्हाट्सऐप के ग्रुप एडमिन राम सिंह को भी गिरफ्तार किया है।
हो चुकी हैं 100 से ज्यादा गिरफ्तारियां
चंदन की हत्या के मामले में 20 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। हत्यारोपियों में तीन सगे भाई नसीम, वसीम और सलीम नामजद थे, जिनमें सलीम मुख्य आरोपी है, जिसे गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, हिंसा के मामले में दर्ज हुई छह अलग-अलग एफआईआर में 123 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इस हिंसा में पांच एफआईआर की गई हैं। काफी लोगों के 144 के उल्लंघन में भी चालान पुलिस ने किए हैं।
चंदन गुप्ता को शहीद का दर्जा देने की मांग
यूपी के कासगंज में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल में मारे गए चंदन गुप्ता को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग उसके परिवार की ओर से की जा रही है। पहले चंदन गुप्ता की मां ने जहां अपने बेटे के लिए शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग करते हुए सरकार की ओर से मिली आर्थिक मदद ठुकरा दी, वहीं अब चंदन गुप्ता की बहन ने भी परिवार की मांग दोहराई। शहीद का दर्जा दिए जाने के पत्रकारों के सवाल पर चंदन की बहन ने मंगलवार को कहा, 'हमने लिखित में मुख्यमंत्री योगी आदित्य को अपनी मांग बताई थी। इसके बाद क्या फैसला हुआ, हमें कोई जानकारी नहीं। सीएम योगी ने भी इस बारे में कुछ नहीं कहा। हम चंदन के लिए शहीद का दर्जा चाहते हैं।
गणतंत्र दिवस पर भड़की थी शहर में हिंसा
आपको बता दें कि 26 जनवरी को कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान दो गुटों में झड़प हो गई थी, जिसमे चंदन गुप्ता नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया था और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। यही नहीं यहां किसी भी तरह की अफवाह नहीं फैले उसके लिए इंटरनेट की सेवा को रोक दिया गया था। इस घटना के बाद अगले तीन-चार दिन तक तनाव बरकरार रहा था और उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को आग लगा दी थी। अभी भी क्षेत्र में पुलिस का सख्त पहरा है।
कासगंज: शहीद का दर्जा दिए जाने को लेकर क्या बोलीं चंदन गुप्ता की बहन?