स्वास्थ्य मंत्री का एक्शन शुरू, सफाई के लिए झाडू लेकर उतरे सड़क पर
सिद्धार्थ नाथ सिंह हाथ में झाडू लेकर साफ सफाई में जुट गये तो देखते ही देखते महापौर अभिलाषा समेत अधिकारियों की टीम भी झाडू लगाती दिखी। सभी ने जागरूकता का संदेश दिया की शहर को साफ सुथरा रखिये।
इलाहाबाद। अपने गृह नगर इलाहाबाद में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह एक्शन में आ चुके हैं। अचानक डफरिन अस्पताल का दौरा करने पहुंचे सिद्धार्थ ने घूसखोरी की शिकायत पर एक डाक्टर को सस्पेंड कर दिया। जबकि कड़ी चेतावनी जारी की है कि शिकायत आयी तो कोई बख्शा नहीं जायेगा। गौरतलब है एक ओर सीएम योगी ताबड़तोड़ फैसले से पूरे सूबे समेत देश को चौंका रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर उनके नक्शे कदम पर मंत्रीमंडल भी चल पड़ा है।
शहर में सिद्धार्थ झाडू लेकर साफ सफाई कर लोगों को जागरूक करते दिखे तो अधिकारियों के साथ मंत्रणा कर स्वास्थ्य सुविधाओ को बेहतर बनाने के लिये रणनीति तय कर दी। इसी बीच अचानक से वह डफरिन अस्पताल पहुंच गये। वहां मरीजों और उनके परिजनों से घूंसखोरी की शिकायत मिली तो तत्काल प्रभाव से एक डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया।
झाडू लेकर जुट गये सफाई में
सिद्धार्थ नाथ सिंह हाथ में झाडू लेकर साफ सफाई में जुट गये तो देखते ही देखते महापौर अभिलाषा समेत अधिकारियों की टीम भी झाडू लगाती दिखी। सभी ने जागरूकता का संदेश दिया की शहर को साफ सुथरा रखिये।
अब सुधरने का वक्त
सिद्धार्थनाथ सिंह जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) का निरीक्षण करने पहुंचे तो अस्पताल का कोना छाना और खामियों को दूर करने की सलाह दी। इसी दौरान विवेक जायसवाल ने मंत्री से शिकायत किया कि उनके मित्र की पत्नी अनुराधा का आपरेशन करने के लिए डॉ. राजेश कुमार पैसा मांग रहे हैं। यह सुनकर मंत्री ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए डॉ. राजेश को तत्काल निलंबित करने का निर्देश दिया। सिद्धार्थनाथ ने कहा कि अब सुधरने का वक्त आ गया है। अगर ऐसी शिकायते आयी तो खैर नहीं है।
संसाधन की जरूरत हो तो मांगो
मंत्री बनने के बाद पहली बार शहर आए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह सर्किट हाउस में प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर जनपद की कानून व्यवस्था, प्रशासनिक व्यवस्था, सफाई, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी तथा अन्य बिंदुओं पर प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। बैठक में डीएम, आईजी, डीआईजी, एडीए वीसी, नगर आयुक्त, सीएमओ समेत करीब 25 विभागों के अफसरों को योगी रणनीति से अवगत कराया । चेतावनी दी कि संसाधन की जरूरत हो तो मांग लिए जाए, बाद में अगर लापरवाही हुई तो खैर नहीं होगी।