गाजियाबाद: रेस्टोरेंट मैनेजर की ईमानदारी बनी मिसाल, लौटाया 3.5 लाख रुपए से भरा बैग
जिस दौर में चंद रुपयों के लिए जान लेने की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी रहती हैं, उस दौर में एक रेस्टोरेंट के मैनेजर ने ईमानदारी की वो मिसाल पेश की है कि आप सोच भी नहीं सकते।
नई दिल्ली। जिस दौर में चंद रुपयों के लिए जान लेने की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी रहती हैं, उस दौर में एक रेस्टोरेंट के मैनेजर ने ईमानदारी की वो मिसाल पेश की है कि आप सोच भी नहीं सकते। देश की राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में एक रेस्टोरेंट के मैनेजर ने ग्राहक को उसका 3.5 लाख रुपए से भरा नोटों का बैग लौटा दिया। ग्राहक अपने रुपए पाकर जहां खुशी से फूला नहीं समा रहा है, वहीं रेस्टोरेंट मैनेजर की ईमानदारी भी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
पेशे से बिजनेसमैन एसपी जालान दिल्ली के पटपड़गंज इलाके में रहते हैं और शनिवार को गाजियाबाद के साहिबाबाद में एक बैंक में जमा करने के लिए 3.5 लाख रुपए लाए थे। जब उन्हें पता चला कि आज बैंक बंद हैं, तो वो साहिबाबाद थाने में तैनात अपने मित्र इंस्पेक्टर ऋषिपाल शर्मा के साथ राजेंद्र नगर कट के पास स्थित बीकानेर रेस्टोरेंट में खाना खाने के लिए चले गए। खाना खाने के बाद एसपी जालान रेस्टोरेंट में अपना नोटों से भरा बैग भूल गए और दिल्ली के लिए निकल गए। घर जाकर उन्हें पता चला कि उनका रुपयों का बैग गाड़ी में नहीं है।
हाथ जोड़कर बोले मैनेजर, कुछ नहीं चाहिए
उधर, रेस्टोरेंट के मैनेजर मारुति नंदन तिवारी ने जब टेबल पर बैग रखा हुआ देखा तो उन्होंने तुरंत उसे अपने कब्जे में लिया। बैग में 3.5 लाख रुपए और कुछ चेक थे, जिनपर साइन किए हुए थे। मैनेजर के पास साहिबाबाद थाने में तैनात रहे दरोगा जितेंद्र कुमार का नंबर था। सूचना मिलने पर जितेंद्र ने इंस्पेक्टर ऋषिपाल शर्मा को बैग के बारे में बताया। इसके बाद ऋषिपाल शर्मा एसपी जालान को लेकर रेस्टोरेंट पहुंचे और मैनेजर ने उन्हें उनका बैग सुरक्षित लौटा दिया। एसपी जालान ने मैनेजर को इनाम देने की कोशिश की, लेकिन मारुति नंदन ने हाथ जोड़कर कुछ भी लेने से मना कर दिया। मैनेजर मारुति नंदन ईमानदारी पर पुलिस ने भी उन्हें सम्मानित करने की बात कही है।
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