पीलीभीत गैंगरेप पीड़िता की 12 दिन बाद मौत, आरोपियों ने किया था आग के हवाले
पीलीभीत. 19 सितंबर: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दो लोगों द्वारा गैंगरेप करने और फिर आग के हवाले किए जाने के दस दिन बाद पीड़ित नाबालिग दलित लड़की की मौत हो गई है। 12 दिनों तक मौत से लड़ने के बाद सोमवार को लखनऊ के एक अस्पताल में लड़की जिंदगी की जंग हार गई। पीलीभीत जिले के माधोटांडा क्षेत्र में वारदात सात सितंबर को हुई थी, इस मामले में एफआईआर 10 सितंबर को दर्ज की गई थी।
7 सितंबर को माधोटांडा क्षेत्र में कुछ लोगों ने 16 वर्षीय लड़की के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार करने के बाद उस पर डीजल डाला था। जिससे लड़की बुरी तरह से झुलस गई थी। बुरी तरह से जली लड़की को अस्पताल लाया गया था। पीड़ित लड़की को लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। पीड़ित लड़की का लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी अस्पताल में इलाज चल रहा था।
पीड़िता का 12 दिनों तक चले इलाज के बाद सोमवार को उसकी मौत हो गई।लड़की का शव पोस्ट मार्टम के बाद उसके परिवार को सौंप दिया गया। हालांकि, मामला तब सामने आया जब तीन दिन बाद एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पीड़िता अपनी आपबीती बता रही थी। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु ने पहले कहा था कि 19 वर्षीय राजवीर और 25 वर्षीय ताराचंद उर्फ तरुण कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसपी ने कहा कि लड़की के परिवार की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, यौन अपराधों के खिलाफ बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता के पिता ने कहा कि घटना के वक्त उनकी बेटी घर पर अकेली थी। उन्होंने कहा, "मैं घर पर नहीं था, न ही मेरी पत्नी। कुछ लोगों ने मेरी बेटी के साथ बलात्कार करने की कोशिश की और उसे आग के हवाले कर दिया।