योगी आदित्यनाथ पर बन रही फिल्म 'जिला गोरखपुर' का होगा पद्मावत जैसा हाल?
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बन रही फिल्म रिलीज होने के पहले ही विवादों के घेरे में आ गई है। जिला गोरखपुर के नाम से बन रही फिल्म पर भाजपा नेता ने आपत्ति जताते हुए लखनऊ में मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्हें फिल्म के कुछ सीन्स पर दिक्कत है। विरोध के बाद इस फिल्म को पूरी तरह से रोक देने की खबरें आ रही है। फिल्म के पहले लुक को काफी वाहवाही मिली थी।
जिला गोरखपुर नाम से बन रही फिल्म योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित है। इसका निर्देशन विनोद तिवारी कर रहे है और ये फ़िल्म नॉस्ट्रम इंटरटेनमेंट के बैनर तले बन रही है। माना जा रहा है कि यह फिल्म योगी आदित्यनाथ के पूरे जीवन केा दिखाती है। कैसे एक भगवाधारी देश के सबसे विशाल राज्य का मुख्यमंत्री बन जाता है।
विरोध करने वाले भाजपा नेता आईपी सिंह का कहना है कि इस फ़िल्म में यूपी के सीएम को ग़लत दिखाने का प्रयास किया गया है। इस बाबत आईपी सिंह ने मुकदमा भी फ़िल्म के निर्माता और निर्देशक के खिलाफ दर्ज कराया है। ये मुकदमा लखनऊ के विभूतिखंड थाने में दर्ज कराया गया है।
यही नहीं आईपी सिंह ने ट्वीटर के माध्यम से निर्देशक विनोद तिवारी को खुला चैलेंज भी दे दिया है। भाजपा नेता का कहना है कि वो किसी भी हालत में इस फ़िल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। सिंह ने ये भी कहा है कि आखिर फ़िल्म के निर्माताओं को फंडिंग कहा से की जा रही है इसकी भी जांच होनी चाहिए।
फ़िल्म के पोस्टर पर हो चुका है विवाद
इस फ़िल्म का पोस्टर जब हुआ था तब भी इसको लेकर विवाद हुआ था। फिल्म के पोस्टर में एक भगवाधारी शख्स पीछे से खड़ा दिखाई दे रहा है। जो उगते सूरज को देख रहा है। उसके हाथ में एक पिस्तौल है। साथ ही पास में एक गाय का बछड़ा भी दिख रहा है। इस पोस्टर में भगवाधारी शख्स के लुक में योगी आदित्यनाथ की छवि को दिखाया गया है। वैसे अगर देखा जाए तो मुख्यमंत्री योगी की जिंदगी वाकई किसी फिल्म स्क्रिप्ट से कम नहीं रही है।
उत्तराखंड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश) के पौड़ी जिले के छोटे से गांव पंचूर के राजपूत परिवार में जन्मे अजय सिंह बिष्ट ने मात्र 22 साल की उम्र में ही सांसारिक मोह-माया त्याग कर संन्यासी का जीवन धारण कर लिया और अजय सिंह बिष्ट से नाम बदलकर योगी आदित्यनाथ कर लिया।
इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। गोरखपुर के गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर से यात्रा शुरू हुई और हिंदू युवा वाहिनी बनाई, संसद पहुंचे और आज देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। पोस्टर में गोरखनाथ मंदिर की झलक भी दिखाई गई है।
हालांकि आईपी सिंह के मुकदमा दर्ज करवाने और ट्वीटर पर पोस्ट डालने के बाद फ़िल्म के निर्देशक विनोद तिवारी ने भी पोस्ट डाल कर अब फ़िल्म ना रिलीज करने की बात कही है। विनोद तिवारी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि उनकी फिल्म के बारे में जनसाधारण द्वारा इस फ़िल्म के बारे बिना कुछ जाने ही तरह तरह के कयास लगाए जा रहे है जिनका वास्तविक्ता से कोई लेना देना नही है। और इससे जनसाधारण की भावनाएं भी आहत हो रही है। इसलिए देश और समाज के हित में मैं फ़िल्म को बंद करने जा रहा हूं।
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