‘डेंगू, वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों की इलाज के अभाव में हो रही है मौंते', अखिलेश यादव ने कहा
लखनऊ, 07 सितंबर: यूपी के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा, 'प्रदेश में डेंगू, वायरल बुखार से हाहाकार मचा हुआ है। अस्पतालों में भारी भीड़ है। समय से समुचित इलाज न मिलने से बच्चों की मौंते हो रही है।
इसके बावजूद सत्तारूढ़ भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री 'आल इज वेल' का झूठा दावा कर रहे हैं। ध्वस्त स्वास्थ्य सेवाओं की ओर भाजपा सरकार का ध्यान नहीं है। कहा कि डेंगू बुखार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सैकड़ों मासूमों की जान ली। अब पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी इसका प्रकोप दिखाई दे रहा है। खुद राजधानी लखनऊ के अस्पतालों से मरीजों की भीड़ सम्हाले नहीं सम्हल रही है।
हालत बिगड़ने की वजह से दवाइयों तक का स्टाक कम हो गया है। गम्भीर बीमार भी अस्पतालों से वापस किए जा रहे हैं। बेड न होने के बहाने से उनका प्राथमिक इलाज भी नहीं किया जा रहा है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, कानपुर, फर्रुखाबाद सहित कई जनपदों में मातम पसरा हुआ है। बच्चों को खो चुकी माताओं की चीखें विज्ञापनों के हवाई दावों से परे वह हकीकत है जिसने सैकड़ों घरों को आंसुओं के समंदर में डुबो दिया है।
मथुरा में एक बीमार बच्चे का पिता अधिकारी के पैरों में गिरकर इलाज कराने की गुहार लगा रहा है। एक दिव्यांग महिला अपने दुधमुंहे बच्चे को गोदी में लिए इलाज के लिए गुहार लगा रही है, जिसे अस्पताल वालों ने इलाज के बजाय बाहर खदेड़ दिया। पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार में संवेदना छू भी नहीं गई है। बुलंदशहर के जिला अस्पताल में छत टपक रही है। राजधानी के अस्पताल में सीलन दूर नहीं हो पाई है। सीतापुर में समाजवादी सरकार के समय करोड़ों रूपयों से ट्रामा सेंटर बने 5 साल बीतने को है, अभी तक चालू नहीं किया गया है।
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कोरोना
की
दूसरी
लहर
में
प्रदेश
में
लाशों
का
खेल
होता
रहा।
मुख्यमंत्री
दावा
करते
रहे
कि
तीसरी
लहर
आने
से
पहले
ही
सब
तैयारियां
कर
ली
गई
है।
वार्डों
में
बेड
बढ़
गए
है,
दवांए
पर्याप्त
हैं
परन्तु
डेंगू
के
पहले
दौर
में
ही
स्वास्थ्य
सेवाओं
की
बदहाली
का
आलम
यह
है
कि
गरीब
आदमी
न
जी
पा
रहा
है,
ना
मर
पा
रहा
है।
इलाज
उसके
लिए
चांद
सितारों
को
तोड़कर
लाने
जैसा
हो
गया
है।