नोएडा में छापा, सीज किए गए 2.6 करोड़ कैश, 95 किलो सोना-चांदी, 12 लाख के नए नोट
डीआरआई, नोएडा के स्पेशल इकनॉमिक जोन (सेज) में स्थित एक ज्वैलरी एक्सपोर्टर फर्म के खिलाफ जांच कर रही है। फर्म के ठिकानों पर छापेमारी में सोने की बड़ी हेराफेरी का पता चला है।
नोएडा। एक फर्म के ठिकानों पर डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) की टीम ने छापेमारी कर 2.60 करोड़ रुपए जब्त किए हैं जिनमें 12 लाख रुपए के नोट नई करेंसी में हैं। फर्म के पास से 95 किलोग्राम के सोने-चांदी भी बरामद किए गए हैं। नोएडा स्पेशल इकनॉमिक जोन में स्थित ज्वैलरी एक्सपोर्टर कंपनी श्री लाल महल लिमिटेड के खिलाफ जांच की कार्रवाई के दौरान डीआरआई की टीम, कंपनी के ठिकानों और इसके अधिकारियों के आवासों पर दो दिनों तक रेड मारती रही। Read Also: नोएडा के एक्सपोर्टर के पास से 12 करोड़ की कीमत का सोना बरामद
डिमोनेटाइजेशन के बाद काले धन के इस बड़े मामले का पर्दाफाश डीआरआई ने किया है। कंपनी श्री लाल महल लिमिटेड के ठिकानों पर छापेमारी में पता चला कि इस फर्म ने जेवरों के निर्यात के लिए मंगाए गए ड्यूटी फ्री सोने को बाजार में बेच दिया। इस केस में अब तक पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। डीआरआई अधिकारी ने इस केस के बारे में बताया है कि श्री लाल महल लिमिटेड विदेशों से ड्यूटी फ्री सोना मंगाती है और इसके जेवर बनाकर एक्सपोर्ट करती है।
अधिकारी के अनुसार, 8 नवंबर के बाद कंपनी ने 430 किलो सोना आयात किया। अब कंपनी ने इसके जेवर बनाकर निर्यात करने के बजाय बाजार में बेच दिया। 430 किलो सोने की कीमत 140 करोड़ रुपए आंकी गई है। इस कंपनी ने भारत के धातु और खनिज व्यापार निगम लिमिटेड के माध्यम से विदेशों से सोना मंगाया था। अब डीआरआई अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि श्री लाल महल लिमिटेड से किन-किन लोगों ने सोना खरीदा है? इसी तरह डीआरआई ने 19 दिसंबर को भी नोएडा के स्पेशल इकनॉमिक जोन स्थित गोल्ड एक्सपोर्टर फर्म महालक्ष्मी ज्वैलर्स के ठिकानों पर छापेमारी की थी जिसमें 150 किलो सोने की हेराफेरी का पता चला था। इसके बाद सेज स्थित अन्य ज्वैलरी कंपनियों पर डीआरआई की नजर है। Read Also: दिल्ली में कारोबारियों ने 250 करोड़ के पुराने नोट के बदले बेच दिया 1000 किलो सोना