'मथुरा की तैयारी है'..BJP का नहीं हैं चुनावी मुद्दा, मौर्य ने पूछा आप विरोध करते हैं या समर्थन?
'मथुरा की तैयारी है'..BJP का नहीं हैं चुनावी मुद्दा, मौर्य ने पूछा आप विरोध करते हैं या समर्थन?
लखनऊ, 02 दिसंबर: 'मथुरा की तैयारी है' ...ट्वीट कर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने प्रदेश की सियासत में उबाल पैदा कर दिया। तो वहीं, अब केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट पर विपक्षी दलों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा आगामी चुनावों में कोई रथ यात्रा या नया मंत्र भाजपा की मदद करने वाला नहीं है। तो वहीं, बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा, 'यह भाजपा के हार की आम धारणा को पुख्ता करता है।'
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी अब विपक्ष पर पलटवार किया है। मौर्य ने कहा, 'बीजेपी के लिए कोई चुनावी मुद्दा नहीं हैं।' उन्होंने कहा कि 'अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना पर काम चल रहा है और अब हम मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि पर एक मंदिर के निर्माण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।' ट्वीट से अपना भावनाओं को प्रकट किया है।
इतना ही नहीं, डिप्टी सीएम ने विपक्ष पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप भी लगाया। मौर्य ने कहा, 'विपक्षी राजनीतिक दल के लोग तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं और बाद में वहां नतमस्तक होते हैं।' मौर्य ने कहा कि मैं विपक्षी नेताओं से पूछना चाहता हूं कि मथुरा में श्री कृष्ण के भव्य मंदिर बनने का विरोध करते हैं या समर्थन?। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव का मुद्दा ना भगवान श्रीराम का मंदिर है, ना ही श्री कृष्णा जी का मंदिर।
बता दें, डिप्टी सीएम केशव मौर्य द्वारा किए गए 'अयोध्या-काशी में मंदिर निर्माण जारी है...अब मथुरा की तैयारी है' के ट्वीट पर अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। अखिलेश यादव ने कहा, 'भाजपा का गरीबों को लूटने और अमीरों की जेब भरने का एजेंडा है। हमेशा अमीर वर्ग को फायदा पहुंचाने का काम किया है। आगामी चुनावों में कोई रथ यात्रा या नया मंत्र भाजपा की मदद करने वाला नहीं है।
वहीं, बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी गुरुवार 2 दिसंबर को ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, 'यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा विधानसभा आमचुनाव के नजदीक दिया गया बयान कि अयोध्या व काशी में मन्दिर निर्माण जारी है अब मथुरा की तैयारी है, यह भाजपा के हार की आम धारणा को पुख्ता करता है। इनके इस आखिरी हथकण्डे से अर्थात् हिन्दू-मुस्लिम राजनीति से भी जनता सावधान रहे।'