बारिश का कहर, चट्टान खिसकने से दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे बंद
मूसलाधार बारिश की वजह से कई जगह चट्टान खिसक गई जिसके बाद देहरादून-दिल्ली नेशनल हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है।
सहारनपुर/देहरादून। यूपी के सहारनपुर जिले में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश का असर यातायात पर भी पड़ना शुरू हो गया है। बुधवार की दोपहर बाद दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर चट्टान खिसकने से यह मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। यूपी और उत्तराखंड की सीमा में दोनों ओर पांच-पांच किलोमीटर वाहनों की लंबी लाइन लग गई है।
Read Also: PICs: सहारनपुर में छात्र की मौत पर बवाल, इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात
पहाड़ खिसका, नेशनल हाईवे पर गिरा मलबा
बता दें कि पर्वतीय क्षेत्र विशेषकर शिवालिक पर्वतीय इस क्षेत्र में बुधवार की तड़के करीब चार बजे से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। बुधवार की दोपहर दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर कई जगह चट्टान और पहाड़ खिसक गए, जिससे मलबा नेशनल हाईवे पर आ गया।
सड़क पर गिरे पेड़, दो राज्यों के बीच संपर्क कटा
तेज बारिश के कारण इस मार्ग पर यूपी और उत्तराखंड की सीमा पर बने डॉट काली मंदिर के निकट भारी भरकम पेड़ सड़क पर आ गिरे हैं। यूपी में डॉट मंदिर से मोहंड और उत्तराखंड में आसारोडी इलाके तक वाहनों की लंबी कतार लगी है। दिल्ली-देहरादून हाईवे पूरी तरह से ब्लॉक होने के कारण दो राज्यों का आपसी संपर्क कट गया है।
सूचना पर सड़क साफ करने नहींं पहुंचा प्रशासन
दोपहर के वक्त स्थानीय लोगों ने सड़क पर पड़ा मलबा हटा भी दिया था, लेकिन पहाड़ से फिर मलबा हाईवे पर आ गिरा। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि लोनिवि के अधिकारियों को सूचना दिए जाने के बाद भी कोई कर्मचारी सड़क को साफ करने नहीं पहुंच सका है।
मार्ग जाम होने से यातायात हुआ प्रभावित
उधर, थानाध्यक्ष बिहारीगढ़ जितेंद्र कुमार का कहना है कि मार्ग के जाम होने के कारण यातायात प्रभवित हो रहा है। जिन लोगों को देहरादून जाना है, वह बेहट होते हुए दिल्ली यमुनोत्री मार्ग पर होकर विकासनगर के रास्ते देहरादून जा रहे हैं और इसी प्रकार देहरादून से लोग यूपी में आ रहे हैं। उत्तराखंड प्रशासन को इसकी जानकारी दे दी गई है।
दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त, युवक पानी में बहा
मानसून की अच्छी दस्तक एक बार फिर से प्रदेश की नंबर वन विधानसभा सीट क्षेत्र बेहट के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आफत बनकर आई है। यह वही विधानसभा सीट है, जहां से विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अपने प्रचार अभियान का शुभारंभ तो किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद इस क्षेत्र को भाजपा सरकार पूरी तरह से भूल चुकी है। बुधवार को हुई झमाझम बारिश से जहां दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, वहीं पानी में बहकर आ रही एक लकड़ी को पकड़ने के चक्कर में एक युवक पानी में बह गया, युवक का कुछ पता नहीं लग चुका है। बता दें कि वेस्ट यूपी के सहारनपुर में मानसून की प्रारंभिक दौर में मामूली सी बारिश हुई थी लेकिन सावन का माह शुरु होते ही इस क्षेत्र में बारिश और इसके बाद नदियों ने अपना रौद्र रुप दिखाना शुरु कर दिया है। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र और शिवालिक पहाड़ियों पर बुधवार की तड़के चार बजे से ही मूसलाधार बारिश हो रही है, जिस कारण बेहट क्षेत्र के गांव खुशहालपुर, संसारपुर, कलसिया समेत दर्जनों गांवों के ग्रामीण बारिश के पानी की चपेट में आ गए हैं।
दर्जनों गांवों का कट गया है संपर्क
इन गांवों के बीच से होकर गुजर रही शिवालिक खोल, सहंस्त्रा नदी, यमुना नदी, बूढ़ी यमुना नदी समेत दर्जनों नदियां पूरी तरह से उफान पर है, जिस कारण तटीय क्षेत्र में बसे इन गांवों में दर्जनों ग्रामीणों के मकान पानी की भेंट चढ़ गए हैं। दर्जनों गांवों का संपर्क पूरी तरह से तहसील बेहट और जिला मुख्यालय से कट गया है। गांव अबाबकरपुर नौगांवा के नजदीक से होकर गुजर रही नदी के पानी में बहकर आ रही लकड़ियों को निकालने के प्रयास में गांव निवासी युवक शमशाद पुत्र शब्बीर पानी के तेज बहाव में बह गया। काफी प्रयास के बाद भी इस युवक का कुछ पता अभी तक नहीं लग सका है। युवक की तलाश के लिए गोताखोरों को लगाया गया है। युवक के पानी में बह जाने के कारण परिजनों में कोहराम मचा है। उधर, डीएम पीके पांडेय ने बताया कि बारिश से दर्जनों गांवों का संपर्क कट गया है। लापता युवक की तलाश के लिए गोताखोरों को लगाया गया है। इसके अलावा कुछ गांवों से माल-हानि की सूचना भी है। राजस्व टीम को प्रभावित क्षेत्रों में भेजने के आदेश दे दिए गए हैं।
Read Also: अमरनाथ: 15 मिनट हुई लेट वरना सहारनपुर के यात्रियों की बस पर होता आतंकी हमला