टिकट वितरण से नाराज भाजपा सांसद, किया राजा अरिदमन सिंह का विरोध
भारतीय जनता पार्टी में जबसे टिकट की घोषणा हुई तब से प्रदेश भर में भाजपा नेताओं का बगावती दौर जारी हो गया है।
आगरा। यूपी चुनाव के लिए हाईकमान द्वारा किए गए टिकट वितरण से भाजपाई क्षुब्ध हैं। ऐसा देखने को मिल रहा है। ये भी कहना गलत नहीं होगा कि भाजपा में टिकट वितरण के बाद असन्तुष्ट भाजपाइयों ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। इस बगावत की सूची में नाम आया है भाजपा के फतेहपुर सीकरी से सांसद चौधरी बाबूलाल का। उन्होंने भाजपा में शामिल हुए सपा विधायक राजा अरिदमन सिंह और बाह से घोषित प्रत्याशी उनकी पत्नी पक्षालिका सिंह का विरोध करने का ऐलान कर दिया है। सांसद बाबूलाल ने कहा है कि जिस व्यक्ति ने भाजपा के कार्यकर्तायों पर मुकदमे दर्ज कराये हो, जिसने उनके परिवारीजनों को जेल भेजने की कोशिश की हो, ऐसे व्यक्ति का साथ किसी सूरत में नहीं देंगे। विधानसभा चुनाव में सांसद की बगावत का खामियाजा पार्टी को उठाना पड़ सकता है।
भाजपा
सांसद
बुधवार
को
कलेक्ट्रेट
परिसर
में
अपने
खेरागढ़
प्रत्याशी
महेश
गोयल
का
पर्चा
दाखिल
कराने
पहुंचे
थे।
वैसे
तो
वे
लंबे
अरसे
से
सपा
विधायक
का
विरोध
करते
आए
हैं,
लेकिन
अब
जब
पार्टी
ने
उनकी
पत्नी
को
भाजपा
का
टिकट
थमाया
है,
तो
इस
पर
वे
और
भी
मुखर
हो
गए
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
चाहे
भाजपा
ने
उनकी
पत्नी
को
टिकट
दिया
हो,
लेकिन
भाजपा
का
आम
कार्यकर्ता
राजा
के
जुल्मों
को
भूलेगा
नहीं।
वो
किसी
भी
हालत
में
भाजपा
प्रत्याशी
का
प्रचार
नहीं
करेंगे,
चाहे
इस
खिलाफत
के
लिए
पार्टी
उन
पर
कोई
भी
एक्शन
क्यों
न
ले।
सांसद
ने
कहा
कि
राजा
जैसे
नेता
झूठ
से
ही
राजनीति
करते
हैं।
वे
झूठ
नहीं
बोलते।
उन्होंने
ये
भी
कहा
कि
उन्होंने
राजा
अरिदमन
सिंह
को
तीन
बार
बैंक
का
चेयरमैन
बनवाया,
लेकिन
राजा
ने
व्यक्तिगत
रूप
से
उनका
विरोध
किया।
भाजपा
सांसद
बाबूलाल
ने
कहा
भाजपा
ने
जो
टिकटों
का
बंटवारा
किया
है
वह
गलत
है।
उनका
सीधा
निशाना
भाजपा
से
बाह
विधान
सभा
से
सपा
छोड़कर
आये
राजाअरिदमन
सिंह
की
पत्नी
रानी
पक्षलिका
सिंह
को
टिकट
देने
पर
था।
इसी
विरोध
के
तहत
भाजपा
सांसद
बाबूलाल
ने
कहा
कि
राजा
भाजपा
को
हरा
सकता
है।
कहा
कि
राजा
का
कई
महीनों
तक
विरोध
किया
है।
राजा
पर
कई
आरोप
भी
हैं,
राजा
ने
थाने
में
बीजेपी
कार्यकर्ताओं
के
खिलाफ
मुकदमा
दर्ज
कराएं
हैं।
भाजपा
सांसद
ने
कहा
कि
वे
दगाबाज
राजा
अरिदमन
सिंह
के
साथ
कतई
नहीं
देंगे।
पार्टी
चाहे
निकाल
दे।
राजा
के
खिलाफ
आखिरी
दम
तक
विरोध
करते
रहेंगे।
बाह
से
अगर
बसपा
या
सपा
या
कोई
और
जीते
उन्हें
कोई
फर्क
नहीं
पड़ता
है।
ये
भी
पढ़ें:
वाराणसी
में
कांग्रेस
उपाध्यक्ष
राहुल
गांधी
और
नवजोत
सिंह
सिद्धू
के
खिलाफ
परिवाद
दाखिल