BHU बवाल: यूनिवर्सिटी में पहली महिला चीफ प्रॉक्टर की नियुक्ति
वाराणसी। छेड़खानी के विवाद के बाद बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय में आज पहली महिला चीफ प्रॉक्टर की नियुक्ति की गयी। बताया जाता हैं ये नियुक्ति बीते दिनों महिला छात्रावास के समस्याओ को लेकर की गई हैं। बता दें की लाठीचार्ज की घटना के बाद पूरे घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पूर्व चीफ प्रॉक्टर प्रोफ़ेसर ओ.एन. सिंह से दबाव बना कर इस्तीफा ले लिया गया था जिसके बाद वीसी के अपने दिल्ली दौरे से वापस आने के बाद उसे तुरंत स्वीकार कर लिया था। प्रोफ़ेसर ओमकार नाथ सिंह के इस्तीफे के बाद ये चीफ प्रॉक्टर का प्रभार महेंद्र कुमार सिंह को दिया गया था। जिसके बाद आज आईएमएस के एनोटॉमी विभाग की डाक्टर रोयाना सिंह को पहली महिला चीफ प्रॉक्टर नियुक्त किया गया है। सूत्रों की माने तो रोयान सिंह बीजेपी की करीबी मानी जाती हैं और जब-जब पीएम या अन्य नेताओं का कैम्पस में दौरा हुआ है उसमें उन्होंने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है।
महिला छात्रावासों की शिकायत के बाद किस महिला को मिली ये जिम्मेदारी
बता दे, की बीते 22 सितंबर के छेड़खानी को लेकर शुरू हुए बवाल में 23 सितम्बर को भयानक रूप ले तब ले लिया जब पीएसी ने जवानो ने महिला छात्रावासों में प्रवेश कर लड़कियों की पिटाई कर दी थी जिसके बाद यूनिवर्सिटी के छात्रों में उबाल आ गया और पथराव तोड़फोड़ आगजनी के पूरा परिसर जल उठा था। प्रदर्शनकारी छात्राओं का आरोप था की आये दिन उनके साथ परिसर में छेड़छाड़ की घटना होती है। यही नहीं लड़के महिला छात्रावास की ओर जाकर उन्हें अश्लील इशारे करते है। इन्ही सब शिकायतों के बाद प्रक्ट्रोरियल बोर्ड के सुरक्षा कर्मी और चीफ प्रॉक्टर को दोषी माना था। इसके बाद अब रोयाना सिंह को चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है।
पूर्व चीफ प्रॉक्टर ने बवाल के पीछे JUN का हाथ बताया था
वही बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में बीते दिनों गर्ल्स हॉस्टल में छेड़छाड़ और बाद में लड़कियों पर हुए लाठी चार्ज के विवाद में चीफ प्रॉक्टर ओमकार नाथ सिंह ने पूरी घटना की नैतिक जिम्मेदारी खुद पर लेते हुए इस्तीफा दे दिया है । उन्होंने इस इस्तीफे के बाद खुलासा किया था की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी में दो दिवसीय दौरे के चलते जेएनयू और हैदराबाद से असामाजिक तत्व कैंपस में आए थे और धरने में शामिल होकर लड़कियों को उपद्रव के लिए भड़काया। इस बात की जानकारी देर से होने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में सिक्युरिटी गार्ड्स और बुनियादी सुविधाओं की भी कमी भी बताई थी।
क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी फुटेज लिए कब्जे में, शुरू की पूछताछ
इस पूरे मामले में जिला प्रशासन औऱ पुलिस ने यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेशन को लेकर कठोर रुख अपनाए हुए है। क्राइम ब्रान्च के इंस्पेक्टर राहुल शुक्ला ने अपनी टीम के सदस्यों के साथ कैम्पस में पहुँच कर वहाँ लगे हुए सीसीटीवी की फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया है। इस फुटेज के सहायता से ये जानने का प्रयास किया जाएगा कि आखिर घटना का जिम्मेदार कौन है। क्राइम ब्रान्च की तीन टीमें इस मामले में परिसर के लोगो से पूछताछ कर रही है। एक टीम गर्ल्स हॉस्टल में पीड़ितों से पूछताछ कर रही है तो वही एक टीम प्रकटोरियल बोर्ड के सुरक्षा कर्मियों से प्रकटोरियल बोर्ड से तो क्राइम ब्रांच ने लिस्ट भी मांगी है जो उस दिन ड्यूटी पर तैनात थे। वहीं एक टीम परिसर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज इकट्ठा करने में जुटी हुई है।
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