पीएम के चलाए BHIM ऐप ने खोल दी लुटेरों की पोल
भीम एप के जरिए साइबर क्राइम करने के लिए वो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन मांगता है कि एकाउंट से लिंक हैं या नहीं...
वाराणसी। साइबर सेल के जरिए फूलपुर में 4 लोगों को गिरफ्तार कर रोचक खुलासा किया गया। मामला खालिसपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास का है जहां अपराधियों ने नरेंद्र मोदी के लॉन्च भीम एप को जरिया बनाया था और बैंक अकाउंट से लाखों रुपयों का घपला कर रहे थे। 1 मार्च को राकेश ने फूलपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था जिसमें पूरे मामले में एक बैंककर्मी भी पकड़ा गया है।
अनपढ़ों को फंसाते अपने चंगुल में
घटना के बारे में पुलिस साइबर सेल के एक्सपर्ट पंकज शाही ने बताया की इस तरह के क्राइम करने वाले उन लोगों को चुनते हैं जो उनके परिचित हों, पढ़े-लिखे न हों और बैंकिंग की जानकारी न रखते हों। ये जालसाज ऐसे लोगों के खाते खुलवाने के लिए उन्हें बैंकों में ले जाते हैं और एप्लिकेशन लिखने के बाद सिग्नेचर कराते हैं। फिर गलत होने की बात बोलकर कई बार लिखते हैं और दस्तखत करा लेते हैं।
बैंक में भी सेटिंग से बदलवा लेते थे रजिस्टर्ड नंबर
खाता खुलने के कुछ दिन बाद बैंक में सेटिंग कर ये पहले से दस्तखत कराए गए कागज पर फिर से एप्लिकेशन लिखकर उसका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलवा अपना मोबाइल नंबर लिखवा देते थे और अकाउंट से थोड़ा-थोड़ा पैसा निकालते रहते थे। एसएमएस अलर्ट में खाताधारी का नंबर होता नहीं था तो उसे भी इसकी जानकारी नहीं लगती थी।
बैंक कर्मचारी मुहैया करता था बाकी सुविधाएं
भीम एप के जरिए साइबर क्राइम करने के लिए वो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन मांगता है कि एकाउंट से लिंक हैं या नहीं, फिर वो एक ओटीपी देता है। उसके डालते ही अकाउंट लिंक हो जाता है और आप जितना चाहे अकाउंट टू अकाउंट ट्रांसफर कर सकते है। रजिस्टर्ड नंबर पर ही ऐप अकाउंट नंबर के साथ काम करने लगता है।
एसएसपी ने किया खुलासा
एसएसपी नितिन तिवारी ने इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि ये एक अलग प्रकार का क्राइम है। इसमें जितने भी अकाउंट हैं सभी को सीज कराकर मामले की जांच की जाएगी और इनके आलावा जो भी शामिल है उसके खिलाफ भी मुकदमा कायम होगा। एसएसपी ने बताया कि आरोपी लालबहादुर फूलपुर का ही रहने वाला है। अनपढ़ दोस्तों और किसानों का खाता खुलवाकर ये उनसे फ्रॉड करता था। इसका साथ फूलपुर के ही जगदीश और मुकेश देते थे।
साइबर क्राइम का खुलासा करने वालों को किया गया सम्मानित
ऐसे अपराध का खुलासा करने वालों में जिन तीन लोगों ने पुलिस की मदद की, एसएसपी नितिन तिवारी ने उन्हें प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। साथ ही अपील की आम जनता से कि वो निर्भीक होकर ऐसे अपराधियों के खिलाफ मोर्चा खोलें, पुलिस उनका पूरा साथ देगी।