एनकाउंटर: अलीगढ़ में छहमार गैंग का सरगना 50 हजार का इनामी भीका ढेर
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कुख्यात छहमार गैंग का सरगना 50 हजार का इनामी भीका पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। देर रात हुई मुठभेड़ में दो बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। फरार बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस कॉम्बिंग किए हुए है। मुठभेड़ में मारे गए बदमाश भीका पर अलीगढ़ और कासगंज से 25-25 हजार का इनाम था। इसी गैंग के तीन साथियों को पुलिस ने शुक्रवार को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। भीका उस रात बच निकलने में सफल रहा था। उस पर सौ हत्याओं का आरोप है।
मुठभड़े अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के घरबरा गांव के यमुना कटरी के जंगल में हुई है। पुलिस-बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बदमाश भीका को गोली लग गई। गैंग के सरगना को घायल देखकर उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। उसे गंभीर हालत में पुलिस उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गई है। जहां पुलिस ने उसे मृत घोषित कर दिया। अलीगढ़ के एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि कासगंज डकैती समेत सौ हत्याओं में शामिल भीका उर्फ अब्दुल करीम पुत्र रशीद निवासी चिनयावली (संभल) दादों में हुई मुठभेड़ में बच निकला था। इसकी पुष्टि उसके मारे गए साथियों ने की थी।
वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड में छहमार गैंग का सरगना है। उस पर 100 हत्याएं और इतनी ही डकैतियों में शामिल होने की बात कही जा रही है। बता दें कि शुक्रवार रात दादों के सीकरी इलाके में पुलिस ने संभल के चिनयावली निवासी एहसान उर्फ जीशान, थाना कैराना (शामली) के गांव मंसूरा निवासी आदित्य उर्फ अब्दुल रहमान, जिला हनुमानगढ़ (राजस्थान) के सब्जीवाड़ा निवासी सोहेल उर्फ वसीम को मार गिराया था। हालांकि, इनके मूल पतों पर किसी ने पहचान नहीं की थी। ये तीनों अलीगढ़ के ही दादों इलाके में डेरा डाले हुए थे।