सपा की हार की समीक्षा में चाचा-भतीजा साथ, EVM पर फोड़ा ठीकरा
यूपी चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा करने के लिए अखिलेश यादव ने बुलाई बैठक, पहली बार शिवपाल यादव भी हुए बैठक में शामिल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चुनावों में हार के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के तमाम नेताओं के साथ सपा कार्यालय में बैठक की, इस दौरान शिवपालय यादव भी मौजूद थे, यह पहला मौका है जब चाचा-भतीजे के बीच विवाद के बाद दोनों एक साथ किसी बैठक में शामिल हुए हैं। यह बैठक यूपी चुनाव में सपा की शर्मनाक हार के कारणों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई थी।
लंबे समय बाद साथ आए चाचा-भतीजा
आपको बता दें कि यह पहला मौका है कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव 1 दिसंबर 2016 के बाद पहली बार एक साथ बैठक में साथ आए हैं, आखिरी बार दोनों नेता लखनऊ मेट्रो के उद्घाटन के मौके पर साथ दिखे थे। ऐसे में दोनों नेता पूरे 104 दिनों के बाद साथ नजर आए हैं।
आगामी चुनाव बैलेट पेपर से हो
सपा की हार के कारणों को तलाशने के लिए अखिलेश यादव के अलावा शिवपाल यादव, आजम खान, रामगोविंद चौधरी भी मौजूद थे। मीटिंग के बाद सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव ने हमसे कहा है कि अब पीछे मुड़कर नहीं देखना है, बैठक में ईवीएम के मुद्दे को भी उठाया गया साथ ही इस बाद पर भी चर्चा की गई कि आगामी चुनाव बैलेट पेपर के जरिए कराए जाए।
अखिलेश-शिवपाल ने साधी चुप्पी
बैठक में शामिल मनोज पांडेय ने कहा कि मीटिंग में हार के कारणों पर भी चर्चा की गई, इस दौरान अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा गया और उन्हें विधायक दल के नेता को चुनने का अधिकार सौपा गया है। बैठक के बाद ना तो अखिलेश यादव और ना ही शिवपाल यादव ने मीडिया से कोई बात की ,दोंनों ही नेताओं ने किसी भी तरह का बयान नहीं दिया।
ईवीएम मशीन और मीडिया हार का कारण
लेकिन इस बैठक की जो सबसे अहम बात रही वह यह कि प्रदेश में हार लिए ईवीएम मशीन को अहम वजह ताया गया है। सूत्रों की मानें तो कई विधायकों ने बैठक में अपनी राय रखते हुए कहा कि हार की वजह ईवीएम मशीन के साथ मीडिया है, विधायकों ने कहा कि हार की अहम वजह ईवीएम के भीतर गड़बड़ी है। बैठक में ईवीएम मशीन के अलावा मीडिया पर निशाना साधते हुए विधायकों ने कहा कि मीडिया ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया, जिसके चलते लोगों का रूझान भाजपा के पक्ष में गया।