सपा से 6 साल के लिए निकाले गए अखिलेश, क्या सीएम बनेंगे मुलायम सिंह यादव?
सूत्र बता रहे हैं कि समाजवादी पार्टी में अकेले मुलायम सिंह यादव ही ऐसे हैं जिनके सीएम बनते ही अखिलेश समर्थकों में फूट पड़ जाएगी। कई लोग वापस पार्टी की ओर आ जाएंगे।
लखनऊ। यूपी में समाजवादी पार्टी का झगड़ा लगातार नए मोड़ की ओर जा रहा है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। अखिलेश यादव के पार्टी से निष्कासन के बाद उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में पड़ गई है। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव खुद इस पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं। इसको लेकर मुलायम सिंह यादव के घर पर बैठक का दौर जारी है। माना जा रहा है कि इसमें सपा सुप्रीमो को समझाया जा रहा है कि अगर वो खुद सीएम बनते हैं अखिलेश यादव के घर के बाहर जमा समर्थकों का आक्रोश को कुछ कम किया जा सकता है।
अखिलेश यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला गया
सपा
मुखिया
मुलायम
सिंह
यादव
के
आवास
पर
बैठकों
का
दौर
जारी
है।
जिसमें
पार्टी
के
प्रदेश
अध्यक्ष
शिवपाल
यादव
भी
शामिल
हैं।
माना
जा
रहा
है
कि
इस
बैठक
में
पार्टी
की
आगे
की
रणनीति
पर
चर्चा
का
दौर
जारी
है।
सूत्र
बता
रहे
हैं
कि
अखिलेश
यादव
को
पार्टी
से
निकाले
जाने
के
बाद
पार्टी
समर्थकों
का
मनोबल
प्रभावित
हुआ
है।
अखिलेश
यादव
के
घर
के
साथ-साथ
सपा
सुप्रीमो
मुलायम
सिंह
यादव
के
घर
के
बाहर
भी
अखिलेश
समर्थकों
की
भीड़
जमा
है।
सपा
समर्थक
अखिलेश
यादव
को
पार्टी
में
वापस
लाने
की
मांग
कर
रहे
हैं।
अखिलेश
समर्थकों
में
गुस्सा
और
नाराजगी
है।
वहीं
सपा
समर्थकों
में
भी
अखिलेश
को
लेकर
एक
सॉफ्ट
कॉर्नर
है।
ऐसे
में
अगर
खुद
मुलायम
सिंह
यादव
मुख्यमंत्री
बनते
हैं
तो
इससे
समर्थकों
का
मनोबल
बढ़ेगा।
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सूत्र बता रहे हैं कि समाजवादी पार्टी में अकेले मुलायम सिंह यादव ही ऐसे हैं जिनके सीएम बनते ही अखिलेश समर्थकों में फूट पड़ जाएगी। कई लोग वापस पार्टी की ओर आ जाएंगे। इसलिए भी संभावना जताई जा रही है कि मुलायम सिंह यादव अगले सीएम होंगे। इस बीच हालात बदल रहे हैं। शिवपाल यादव ने एक चिट्ठी जारी करके समर्थकों को कहा है कि 1 जनवरी को जो राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाया गया है उसमें कोई भी नेता शामिल होने के लिए नहीं जाएं। अगर कोई इसमें जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पार्टी से निष्कासित भी किया जा सकता है। बता दें कि रामगोपाल यादव की ओर से ही 1 जनवरी को राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाया गया। जिसकी वजह से सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया।