यूपी में अब मंत्री, विधायक, अधिकारी स्कूलों को लेंगे गोद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शिक्षा की व्यवस्था को सुधारने के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद सरकार का 100 दिन का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार का लेखा-जोखा पेश किया है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि महज एक वर्ष के भीतर हम प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए बड़े कदम उठाएंगे।
सीएम का प्रपोजल
मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ ने प्रस्ताव रखा है कि प्रदेश के तमाम प्राथमिक स्कूलों को पार्टी के नेता, विधायक और मंत्री गोद लेंगे। यही नहीं सरकारी अधिकारी भी प्राथमिक स्कूलों को गोद लेंगे। इन तमाम लोगों को यह जिम्मा दिया गया है कि वह एक साल के भीतर इन स्कूलों की स्थिति को बदलकर दिखाएं। आज रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बच्चों को स्कूल बैग, ड्रेस आदि देने का काम शुरु किया है। यूपी भाजपा के प्रवक्ता चंद्रमोहन ने कहा कि प्रदेश में सपा और बसपा के कार्यकाल में शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया गया है।
पटरी पर आएगी शिक्षा व्यवस्था
उन्होंने आगे कहा कि हम एक नई सोच के साथ प्रदेश में आए हैं, हम प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करना चाहते हैं, इसके लिए कुछ पुख्ता कदम उठाने की जरूरत है। हमारी सरकार प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। चंद्रमोहन ने कहा कि स्कूलों को गोद लेने से स्कूलों को अधिक महत्व मिलेगा और उनकी स्थिति बेहतर होगी। प्राथमिक शिक्षा ही शिक्षा व्यवस्था का आधार होती है और हम कोशिश कर रहे है कि इसके मूलभूत ढांचे में बदलाव लाया जाए। स्कूलों को गोद लेने का ऐलान योगी सरकार के 100 दिन के रिपोर्ट कार्ड के कार्यक्रम के वक्त आया है, इसके साथ ही सरकार ने जन कल्याण सम्मेलन कार्यक्रम की शुरुआत की है जिसके जरिए लोगों को सरकार की 100 दिन की उपलब्धियों के बारे में बताया जाएगा।