उत्तर प्रदेश के देवरिया में स्टेट बैंक के बाहर भगदड़, 1 की मौत
भारी भीड़ और अव्यवस्था के कारण मची भगदड़ से गई जान।
उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के देवरिया में पुराने नोट बदलने के लिए बैंक के बाहर लगी लाइन मे भीड़ बढ़ने पर भगदड़ मच गई, इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
8 नंवबर को नोटबैन के बाहर बैंकों के बाहर लगी लाइनों में तबीयत बिगड़ने और दिल के दौरे पड़ने की खबर तो लगातार आ रही हैं। अब भगदड़ ने भी एक व्यक्ति की जान ले ली है।
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उत्तर प्रदेश के दवेरिया में स्टेट बैंक के बाहर रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को काफी भीड़ थी, भीड़ के साथ अव्यवस्था की वजह से भगदड़ मच गई। हालात इतने बिगड़े कि इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।
अब तक जा चुकी हैं 70 से ज्यादा जानें
8 नवंबर को पीएम मोदी के 1000 और 500 को नोटों पर बैन के बाद देशभर से 70 से ज्यादा मौतें पिछले दस दिन में हो चुकी हैं, जिनका संबध नोटबैन के फैसले से रहा है। 11 बैंककर्मियों की भी मौत 8 नंवबर के बाद हुई है।
पिछले दस दिन में ये देखने में आया है कि लोगों ने पूरी-पूरी रात बैंको के सामने बैठकर अपनी बारी का इंतजार किया है और बहुत संयम क परिचय दिया है। कुछ जगहों पर मारपीट और हिंसा की खबरें जरूर आई हैं। इस तरह से भगदड़ और उससे एक आदमी की मौत का यह पहला मामला प्रकाश में आया है।
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विपक्षी पार्टियां कर रही हैं नोटबैन का जोरदार विरोध
नोटबैन के फैसले के बाद जनता को भारी परेशानी और मौतों के लिए विपक्षी दल नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं। ज्यादातर विपक्षी दल नोटबैन को जनता पर बेवजह की मार कह रहे हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी फैसले पर अपना विरोध जता चुके हैं, संसंद में भी कांग्रेस नोटबैन के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नोट बैन के पर दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर पीएम के फैसले की आलोचना करते हुए पीएम को रिश्वत लेने वाला बताया है। केजरीवाल 'नोट नहीं पीएम बदलो' भी कह चुके हैं।
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसे एक खराब फैसला बता चुकी हैं। ममता बनर्जी इस मुद्दे पर विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में हैं। वो लगातार सड़कों पर नोटबैन को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं।
भाजपा के सहयोगी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे इस फैसले की कड़ी आलोचना कर चुके हैं। भाजपा सासंद शत्रुघ्न सिन्हा भी नोटबैन के फैसले को लेकर सरकार के होमवर्क में कमी की बात कह चुके हैं।
वहीं भाजपा का कहना है कि नोट बैन एक शानदार कदम है और इससे आतंकवाद और कालाधन रखने वालों की कमर टूट गई है।
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