उज्जैन : महाकाल लोक के लोकार्पण की तैयारी, CM Shivraj ने ली समीक्षा बैठक
उज्जैन, 03 अक्टूबर : प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन स्थित बाबा महाकालेश्वर मंदिर में बनाए गए महाकाल कॉरिडोर के लोकार्पण की तैयारियां पूरी हो गई हैं, जहां आगामी 11 अक्टूबर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल कोरिडोर का लोकार्पण करेंगे। इस बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महाकाल लोक के लोकार्पण को लेकर समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, "श्री महाकाल लोक" का लोकार्पण समाज को एक दिशा में ले जाने का अद्भुत समारोह होगा। इससे जन-जन को जोड़ने के लिए पूरे प्रदेश में मिल कर प्रयास करने हैं। जिलों में भी उत्साह का वातावरण बना कर नागरिकों को कार्यक्रम के सीधे प्रसारण से जोड़ कर प्रत्यक्षदर्शी बनाने के प्रयास किए जाएँ। लोकार्पण दिवस के संध्या काल में श्री महाकाल लोक परिसर के शिवार्पण के समय हर घर में दीप जलाए जाएँ। प्रत्येक नागरिक को सहभागिता के लिए प्रेरित किया जाए।
सीएम शिवराज ने ली वर्चुअली बैठक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 11 अक्टूबर को उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने वाले लोकार्पण के संबंध में निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा उज्जैन जिला प्रशासन और अन्य जिलों के कलेक्टर्स और जन-प्रतिनिधियों से चर्चा की, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अद्भुत कार्यक्रम की तैयारियों के लिए परिश्रम के साथ प्रयास करने के निर्देश भी दिए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित थे। जिलों से मंत्रीगण और कलेक्टर्स वर्चुअल शामिल हुए।
शहर से लेकर गांवों तक होगा प्रसारण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, लोकार्पण समारोह की आवश्यक तैयारियाँ की जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर की शाम 6 बजे श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश में मनाया जाना है। इसके लिए जिलों में ऐसा वातावरण बनाया जाएँ, जिससे अधिक से अधिक लोग कार्यक्रम देख सकें। ग्राम के किसी एक मंदिर में सभी ग्रामवासी एकत्र होकर समारोह के सहभागी बनेंगे। शहरी क्षेत्र में वार्डों में भी प्रमुख मंदिरों में कार्यक्रम प्रसारण की व्यवस्था करने को कहा गया है।
जन-प्रतिनिधि सोशल मीडिया से प्रचार सुनिश्चित करें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ग्राम स्तर पर मंदिरों में 11 अक्टूबर को विद्युत साज-सज्जा हो। वाद्य यंत्र बजें, रंगोली सजाएँ, पताका लहराएँ और प्रसाद वितरण भी किया जाएँ। ये सभी व्यवस्थाएँ जन-सहयोग से की जाएँ। सभी लोग मंदिर प्रांगण में बैठ कर शंख और घण्टियाँ बजाते हुए कार्यक्रम में शामिल हों। देवस्थलों में दीप-मालाएँ जला कर रोशनी की जाए। बड़े मंदिरों में 10 और 11 अक्टूबर को अभिषेक और पूजन किए जाएँ। ऐसे बड़े मंदिरों में भगवान पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर, भादवा माता मंदिर नीमच, देवी मंदिर देवास, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग खण्डवा और बैजनाथ मंदिर आगर-मालवा सहित अन्य जिलों के प्रमुख मंदिर और देव-स्थल शामिल रहेंगे। जिलों में भी जन-प्रतिनिधि सोशल मीडिया से आवश्यक प्रचार सुनिश्चित करें।