रणबीर - आलिया विरोध : पुलिस पिटाई का शिकार हुआ हिंदूवादी संगठन का कार्यकर्ता, अब अस्पताल में जारी है इलाज
उज्जैन, 8 सितंबर : धार्मिक नगरी उज्जैन में उस वक्त हड़कंप मच गया था, जब एक्टर रणबीर कपूर और आलिया भट्ट महाकाल दर्शन के लिए पहुंचे थे, जहां उनके महाकाल दर्शन से पहले ही हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया था। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया था। वहीं इसके बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता को पीटते नजर आ रहे थे। इस वीडियो के वायरल होते ही हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता महाकाल थाने पहुंचे थे, और इस घटनाक्रम का विरोध दर्ज कराया था।
अस्पताल में जारी है कार्यकर्ता का इलाज
रणबीर और आलिया के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बने हिंदूवादी संगठन कार्यकर्ता की पिटाई के बाद कार्यकर्ता बुरी तरह से घायल हो गया जहां उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है उधर इस घटनाक्रम के बाद हिंदूवादी संगठनों में नाराजगी है। कार्यकर्ता का पुलिस से झूमाझटकी वाला वीडियो मंगलवार रात को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। दिलीप नामक कार्यकर्ता को इस दौरान पुलिस ने पीटा था, जिसे शरीर में अंदरूनी चोट आने पर अस्पताल में भर्ती किया गया।
कुछ ऐसा था पूरा घटनाक्रम
बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर और आलिया भट्ट बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान हिंदू संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने महाकाल मंदिर के मुख्य द्वार पर जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया। यही कारण रहा कि, बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर और आलिया भट्ट बाबा महाकाल के दर्शन किए बगैर वापस लौट गए। उधर, पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग करते हुए मामले को शांत करने की कोशिश की, इस दौरान फिल्म डायरेक्टर अयान मुखर्जी को महाकाल मंदिर के गर्भगृह में देखा गया, जहां वे बाबा महाकाल का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद लेते नजर आए।
हिंदूवादी संगठनों का अल्टीमेटम
हंगामेदार स्थिति बनने के बाद पुलिस की ओर से हल्का बल प्रयोग कर हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को खदेड़ा गया, जहां इस कार्रवाई से नाराज हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता महाकाल थाने पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई ना होने पर उज्जैन बंद करने की चेतावनी दी थी। साथ ही बड़ा विरोध प्रदर्शन शहर में करने का अल्टीमेटम भी दिया था।