Udaipur Bride Kidnap: दूल्हे से मिलते ही खिल उठा दुल्हन का चेहरा, जानिए अब प्रेमी-पति में से किसे चुना?
Udaipur News in Hindi, उदयपुर। राजस्थान के सीकर के बाद उदयपुर के बहुचर्चित दुल्हन अपहरण केस ( Udaipur Bride Kidnap Case ) में दूसरे दिन बुधवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित पांच को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। दो दिन में इस मामले को लेकर कई पहलू सामने आए, लेकिन अब पुलिस के सामने दुल्हन ने अपने दूल्हे के साथ जाने में सहमति जताते हुए उसके पूर्व प्रेमी प्रियांक पर जबरन अपहरण करके ले जाने का आरोप लगाया है। बता दें कि 20 दिन पहले 16 अप्रैल को सीकर के धोद इलाके से भी इसी तरह से दुल्हन हंसा का अंकित ने अपहरण किया था। इन्हें देहरादून से बरामद किया था।
उदयपुर एसपी कैलाश बिश्नोई के अनुसार सोमवार को उदयपुर की विनीता सुथार की शादी क्षितिज सुथार के साथ हुई थी। मंगलवार सुबह विदाई के बाद दूल्हा व दुल्हन चिंतामणजी की घाटी स्थित ससुराल के लिए रवाना हुई। उदयपुर के हिरणमगरी थाना इलाके में विनीता के पूर्व प्रेमी प्रियांक और उसके अन्य चार साथियों ने सवीना रेलवे फाटक के समीप दूल्हे-दुल्हन की कार को रुकवा लिया।
चित्तौड़गढ़ से बस में जयपुर पहुंचे
दूल्हे के साथ मारपीट करते हुए कार में तोड़फोड़ की और जबरन विनिता को अपनी कार में बिठाकर फरार हो गए। इस मामले की सूचना पुलिस को मिलते ही पुलिस ने पूरे संभाग में नाकाबंदी करवाई थी, लेकिन प्रियांक और उसके साथी पुलिस नाकाबंदी को गच्चा देते हुए ग्रामीण रास्तों से चित्तौड़गढ़ तक जा पहुंचे। वहां से बस में जयपुर के लिए रवाना हुए, जिन्हें पुलिस द्वारा सुराग मिलने पर बुधवार को बस से बरामद कर लिया गया। इस मामले में पुलिस ने प्रियांक और उसके अन्य चार साथियों को गिरफ्तार किया है। विनिता को प्रियांक के पास से बरामद करने के बाद पुलिस ने हिरणमगरी थाने में विस्तार से पूछताछ की तो कई चौकाने वाले तथ्य भी सामने आए।
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दुल्हन ने दो माह पहले लिखा था यह लैटर
विनिता ने पुलिस को बताया कि उसके करीब आठ-दस साल से प्रियांक से दोस्ती थी और उसने प्रियांक के साथ पहले भागने की योजना भी बनाई थी, लेकिन वह नहीं जा सकी। इन दो दिन में एक लेटर भी वायरल हुआ। उसके बारे में भी सामने आया कि यह पत्र दो माह पुराना है। जब विनिता ने प्रियांक के साथ भागने की योजना बनाई थी।
इसलिए क्षितिज के साथ शादी करने को तैयार हुई
विनिता ने बताया कि प्रियांक से दोस्ती को लेकर उसका ह्दय परिवर्तन हो गया था। तभी वह क्षितिज के साथ शादी करने को तैयार हुई है। पुलिस थाने में भी जब विनिता ने क्षितिज को देखा तो दोनों ने आपस में रहने पर सहमति जता दी। पहले अपहरण, फिर प्रेम प्रसंग और एक बार फिर अपहरण का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने विनिता के प्राथमिक बयानों के आधार पर मुख्य आरोपी प्रियांक, उसके साथी पुनित, हरिश, विजय सिंह और उदय सिंह पर अपहरण, डकैती और जानलेवा हमले की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
दुल्हन विनिता ने रिसोर्ट में बदले कपड़े
इस मामले में दो और संदिग्ध युवक शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी होना अभी बाकी है। पुलिस ने विनिता से पूछताछ तो की है और उसके प्राथमिक बयानों पर विश्वास भी कर लिया है, लेकिन कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब अभी भी पुलिस को तलाशने बाकि हैं। विनिता को जब जबरन ले जाया गया तो उसके पास कपड़े कहां से आए, क्योंकि विनिता ने एक रिसोर्ट में कपड़े भी बदले थे। दो दिन तक विनिता ने प्रियांक के साथ कार, और बस में सफर किया है। ऐसे में उसने लोगों के सामने विरोध क्यों नहीं किया। हालांकि पुलिस ने यह सवाल विनिता से पूछे हैं, लेकिन विनिता का बयान है कि आरोपियों की संख्या ज्यादा होने के वह विरोध नहीं कर सकी थी और उसे यह संभावना थी कि जयपुर जाने के बाद ही वह उससे बचने का रास्ता निकालेगी।
पुनित दे रहा पल पल की जानकारी
पुलिस द्वारा बरामद किये जाने के बाद जब विनिता अपने पति से मिली तो उसके चेहरे पर खुशी नजर आ रही थी। ऐसे में पुलिस ने विनिता के प्राथमिक बयानों पर विश्वास किया है। सोमवार की रात को विनिता और क्षितिज कि शादी तितरड़ी इलाके में हुई थी। उस शादी में प्रियांक का साथी पुनित भी मौजूद था, जो प्रियांक को पल पल की जानकारी दे रहा था। विनिता और क्षितिज की विदाई होने की जानकारी भी पुनित ने ही प्रियांक को दी थी और उसी के आधार पर प्रियांक ने उसके अपहरण की साजिश रची थी। विनिता को बरामद करने के बाद पुलिस ने इस मामले की पुष्टी करने के लिये विनिता और उसके पति क्षितिज को आमने सामने बिठाकर भी पूछताछ कर ली है।
प्रियांक से रिश्ता तोड़ने का बना लिया था मानस
विनिता के अनुसार उसने प्रियांक से रिश्ता तोड़ने का मानस बना लिया था, लेकिन प्रियांक उसे लगातार भावनात्मक रूप से दबाव बनाने के साथ ही आत्महत्या की धमकी भी देता था। अपहरण की सूचना आने के बाद पुलिस ने एक बड़ी टीम का गठन किया था, जिसमें एक एएसपी, तीन डीएसपी और नौ थानों के थानाधिकारी सहित 23 लोगों की टीम गठित गई थी। इस मामले के खुलासे और दुल्हन को प्रियांक और उसके साथियों के कब्जे से बरामद करने के लिए उदयपुर के अलावा चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और जयपुर की पुलिस का भी अहम रोल रहा है। अब पुलिस अपने अनसुलझे सवालों का जवाब ढूंढ़ने के साथ ही आरोपियों से भी पूछताछ में जुटी हुई है।