घर पहुंचाने की मांग करते मजदूरों का गुजरात पुलिस से टकराव, गोले दागकर किए तितर-बितर, VIDEO
सूरत। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस 'कोविड-19' के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दौरान अपने घर जाने की मांग करते प्रवासी कामगारों की सूरत में पुलिस से झड़प हो गई। सैकड़ों की तादाद में जुटे लोग पुलिस के समक्ष आ डटे। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले चलाए। कामगार मांग कर रहे थे कि उन्हें उनके मूल स्थानों पर वापस भेजा जाए। इसी दौरान वे शहर की कॉलोनियों में भीड़ के रूप में एकत्रित होने लगे। इस घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे लोगों की पुलिस से भिड़ंत हुई।
सूरत
से
ट्रक-टेम्पो
में
गए
400
श्रमिकों
की
यूपी
में
एंट्री
वहीं,
इससे
पहले
ट्रक-टेम्पो
आदि
वाहनों
के
जरिए
उत्तरप्रदेश
जाने
के
लिए
सूरत
से
रवाना
हुए
श्रमिक
परिवारों
के
करीब
400
लोग
रविवार
शाम
महोबा
के
जरिए
प्रदेश
में
घुसे।
उन
लोगों
का
कहना
था
कि,
गुजरात
से
निकलने
पर
उन्हें
मध्य
प्रदेश
में
रोक
दिया
गया
था।
बाद
में
खबरें
मीडिया
में
आईं
तो
उन्हें
महोबा
के
रास्ते
प्रवेश
दिया
गया।
इस
पर
लोगों
ने
दोनों
राज्यों
की
सरकारों
व
मीडिया
का
आभार
व्यक्त
किया।
बताया
जा
रहा
है
कि,
सूरत
से
ये
लोग
शुक्रवार
को
रवाना
हुए
थे।
डिप्टी
कलेक्टर
से
अनुमति
पत्र
लेकर
निकले
थे
सूरत
कलेक्ट्रेट
से
मिली
जानकारी
के
अनुसार,
सूरत
शहर
के
आस-पास
के
औद्योगिक
क्षेत्र
में
काम
करने
वाले
उत्तर
प्रदेश
के
जौनपुर,
भदोही,
आजमगढ़
समेत
पूर्वाचंल
के
विभिन्न
जिलों
के
श्रमिक
परिवारों
के
400
लोग
अपने
सूबे
में
पहुंच
गए
हैं।
जिनमें
उनके
बच्चे
व
महिलाएं
भी
शामिल
हैं।
ये
लोग
शुक्रवार
देर
रात
गांव
जाने
के
लिए
रवाना
हुए
थे।
सभी
कामरेज
डिप्टी
कलेक्टर
से
अनुमति
पत्र
लेकर
ट्रक
और
टेम्पो
में
रवाना
हुए
थे।
हार्दिक बोले- जनसेवा तो कांग्रेस के खून में हैं, ये पार्टी आज़ादी से आज तक मजदूरों के साथ खड़ी है