फर्जी सर्कुलेशन से करोड़ों की ठगी मामले में 2 अरेस्ट, मुख्य आरोपी BJP नेता पीवीएस शर्मा हॉस्पिटल में
सूरत। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पूर्व अफसर एवं भाजपा नेता पीवीएस शर्मा की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। करोड़ों की ठगी मामले में जब उन पर कार्रवाई होनी शुरू हुई तो उन्होंने कथिततौर पर खुदकुशी की कोशिश की। वह बेहोशी की हालत में पाए गए और फिर शहर के एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक, उनकी हालत गंभीर है। उधर, ठगी के मामले में अब तक पुलिस ने पीवीएस शर्मा से जुड़े दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच कर रहे उमरा थाना प्रभारी केबी झाला ने बताया कि, यह मामला अखबारों का फर्जी सर्कुलेशन दर्शा कर 2.70 करोड़ रुपए की ठगी का है। पीवीएस शर्मा इसमें मुख्य आरोपी हैं। अभी उनका आईसीयू वार्ड के अंदर उनका उपचार चल रहा है। उनके स्वस्थ होते ही गिरफ्तारी होगी और फिर पूछताछ होगी।
थाना प्रभारी केबी झाला आगे बोले कि, ''फर्जी सर्कुलेशन मामले में पुलिस की टीम ने संकेत मीडिया सीए सीताराम अडुकिया व प्रबंधक मुख्तार बेग को गिरफ्तार किया है। वे दोनों इस मामले में लिप्त हैं, वहीं मुख्य आरोपी व शहर भाजपा के उपाध्यक्ष पीवीएस शर्मा अस्पताल में है।'
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बताते चलें कि, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शनिवार को उमरा पुलिस ने थाने में अखबारों का सर्कुलेशन अधिक दिखाकर फर्जीवाड़ा करने एवं साजिशन सरकार और निजी एजेन्सियों से ठगी कर 2.70 करोड़ रुपए के विज्ञापन लेने के आरोप में उमरा पुलिस थाने में केस दर्ज कराया था। इससे पहले कि पुलिस पीवीएस शर्मा को गिरफ्तार करती, वह रविवार शाम नवसारी जिले के सातम गांव में बेहोश मिले। बताया जा रहा है कि, उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। उन्हें गंभीर हालत में सूरत के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी गर्दन पर चोट के निशान देखे गए। इस मामले पर अठवा पुलिस का यही बयान आया कि, पीवीएस शर्मा ने नवसारी जिले के सातम गांव में खुदकुशी की कोशिश की थी।
जानकारी के अनुसार, औंधे पड़े मिले पीवीएस शर्मा को उनके दोस्त व्यंकटेश ने रात्रि पौने 10 बजे रिंग रोड के प्राइवेट अस्पताल में पहुंचाया। ऐसी चर्चा हैं कि, 2.70 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज होने के बाद से ही उमरा पुलिस पीवीएस शर्मा की तलाश में थी और उन्हें गंभीर धाराओं में खुद की गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा था।