सूरत 766 दिन बाद कोरोना-मुक्त, गुजरात में यहीं मिला था पहला मरीज, अब कोई केस नहीं, 0- एक्टिव
सूरत। गुजरात में सूरत आखिरकार कोरोना-मुक्त हो गया। प्रदेश में पाया जाने वाला सबसे पहला कोरोना मरीज इसी शहर का था, और सबसे पहली मौत भी यहीं हुई थी। मगर अब खुशखबरी यह है कि, यहां कोरोनावायरस का कोई मरीज नहीं बचा। सक्रिय सक्रिय मरीजों की संख्या भी शून्य हो गई है। कोरोना फैलने के 766 दिन बाद सूरत कोरोना मुक्त हो गया है।
कोरोना से मुक्त होने वाला महानगर बना
गुजरात के चारों महानगरों अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट में सूरत सबसे पहले कोरोना से मुक्त होने वाला महानगर बन गया है। सदी की सबसे बड़ी त्रासदी और संक्रमण फैलने की चौथी लहर की दस्तक के बीच सूरतवासियों के लिए यह निसंदेह राहत और सुकून देने वाली खबर है। लोग अब उन दिनों को याद नहीं करना चाहते, जब कोरोना की दूसरी लहर में होने वाली मौतों ने सबकुछ झकझोर कर रख दिया था। श्मशान में लाशों की लंबी-लंबी कतारें लगी थीं, जहां चौबीसों घंटे चिमनियां जल रही थीं। मरने वालों के परिजनों की चीख-पुकार मची हुई थी।
न तो कोई कोरोना मरीज बचा, न नया मिला
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि, बीते रोज यानी कि शुक्रवार को सूरत में होम आइसोलेट का मरीज भी कोरोना से मुक्त हो गया। इसी के साथ सूरत 766 दिन बाद कोरोना मुक्त घोषित कर दिया गया है। सूरत में अब न तो कोई कोरोना का मरीज बचा है, न ही किसी अस्पताल में कोई संक्रमित भर्ती है और न ही कागजों में कोई एक्टिव केस दर्ज है। ये सब जीरो हो चुके हैं।
सूरत में कोरोना महामारी
कुल
मौतें
2240
कुल
मामले
202773
ठीक
हुए
205013
आंकड़े देखिए
- पहला केस: 16 मार्च 2020
- पहली मौत: 22 मार्च 2020
- आखिरी केस: 15 अप्रैल 2022
- आखिरी मौत: 7 मार्च 2022
पंजाब में कोरोना: बढ़ते संक्रमण से अलर्ट हुई मान सरकार, प्रदेश में मास्क पहनना फिर अनिवार्य
जब-जब लगा लॉकडाउन
फर्स्ट
फेज:
25
मार्च
2020
से-14
अप्रैल
2020
तक।
सेकंड
फेज:
15
अप्रैल
2020
से
लेकर
तीन
मई
2020
तक
चला।
थर्ड
फेज:
4
मई
2020
से
लेकर
17
मई
2020
तक।
फोर्थ
फेज:
18
मई
2020-
31
मई
2020।
फिफ्थ
फेज
:
1
जून
2020
30
जून
2020।