1 साल के बच्चे के गले में फंसी बैटरी, डॉक्टरों ने आधी रात को दूरबीन की मदद से निकाला, जान बची
सूरत। गुजरात के सूरत सिविल अस्पताल में एक ऐसे बच्चे को लाया गया, जिसने ढाई एमएम की बैटरी निगल ली थी। एक वर्षीय इस बच्चे के गले में फंसी ढाई एमएम की बैटरी को बाहर निकालने के लिए डाॅक्टराें ने खास तरह की दूरबीन की मदद ली।करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद बैटरी गले से निकालकर बच्चे को नया जीवन दिया। डॉक्टरों ने बच्चे को अब मंगलवार को भी दोबारा बुलाया है। जिसमें कुछ जरूरी जांच होगी।
दरअसल, उूना क्षेत्र में रहने वाले अमजद कुरैशी की ढाई साल पहले शादी हुई थी। बीवी से उन्हें एक साल का बेटा है। जिसका नाम हसन है। हसन शनिवार को घर में खेल रहा था। करीब शाम को 6.40 बजे उसने ढाई एमएम की एक बैटरी निगल ली। बैटरी गले में फंसने के बाद उसे उल्टी होने लगी। परिवार वालों ने देखा कि उसे काफी दिक्कत हो रही है, तो वे भी परेशान हो गए और उसे निजी अस्पताल में ले गए। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच में बताया कि बच्चे के गले में कुछ फंस गया है।
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जिसके बाद बच्चे को लेकर परिवार वाले सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में प्राथमिक जांच के बाद बच्चे को ऑपरेशन के लिए ले जाया गया। रात के समय करीब 12.30 बज रहे थे, तब डॉक्टरों ने दूरबीन की मदद से बच्चे के गले में फंसी बैटरी बाहर निकाली। इसी साथ परिजनों ने राहत की सांस ली। वहीं सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि जो बैटरी बच्चे गले में ही फंस गई थी, वो ढाई एमएम की थी। उससे उसे बहुत दिक्कत हो रही थी। उसकी जान पर बन आई थी।