केंद्र पर फिर बरसीं महबूबा मुफ्ती, कहा- गांधी का भारत आज गोडसे का भारत बन गया है
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में तब तक कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी, जब तक कि राज्य से अनुच्छेद 370 का निलंबन वापस नहीं ले लिया जाता।
श्रीनगर, 7 दिसंबर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में तब तक कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी, जब तक कि राज्य से अनुच्छेद 370 का निलंबन वापस नहीं ले लिया जाता। मुफ्ती ने केंद्र पर हमला बोलते हुए अटल बिहारी वाजपेयी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, 'वाजपेयी से बड़ा राजनेता कभी नहीं देखा। वह दो बार पाकिस्तान गए। उन्हें पता था कि बातचीत ही आगे का रास्ता है।'
टी-20 वर्ल्ड कप में भारत पर पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने पर आगरा में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों पर यूपी सरकार की कार्रवाई पर मुफ्ती ने कहा- मुझे वाजपेयी के दौर का भारत-पाकिस्तान के बीच हुए एक क्रिकेट मैच याद आ रहा है। उस समय पाकिस्तान के लोग भारत के और भारत के लोग पाकिस्तान के जयकारे लगा रहे थे। वहीं पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी तत्कालीन भारतीय कप्तान एमएस धोनी की तारीफ की...।
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लेकिन कुछ दिनों पहले जब आगरा में कुछ युवाओं ने भारत के साथ हुए मैच के बाद पाकिस्तान के लिए नारे लगाए, तो उनका केस लड़ने के लिए कोई वकील आगे नहीं आया...इससे ऐसा लगता जैसे गांधी का भारत गोडसे के भारत में बदल रहा है। उन्होंने कहा कि वाजपेयी के शासन में भारत और पाकिस्तान के नागरिक एक-दूसरे के प्रति उत्साहित थे। इससे पहले सोमवार को मुफ्ती ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था। विरोध प्रदर्शन पर लगे पोस्टरों में लिखा था कि कश्मीर दर्द में है।
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फारूक
अब्दुल्ला
ने
भी
छेड़ा
भारत
और
पाकिस्तान
के
बीच
बातचीत
का
राग
पिछले
महीने,
नेशनल
कॉन्फ्रेंस
के
नेता
और
जम्मू-कश्मीर
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
फारूक
अब्दुल्ला
ने
भारत
और
पाकिस्तान
के
बीच
शांति
का
आह्वान
किया
था।
नई
दिल्ली
में
एक
कार्यक्रम
में
बोलते
हुए,
अब्दुल्ला
ने
कहा
था
कि
अनुच्छेद
370
को
निरस्त
करने
वाले
नेतृत्व
में
पड़ोसी
देश
से
पाकिस्तान
के
कब्जे
वाले
कश्मीर
(पीओके)
को
वापस
लाने
की
क्षमता
भी
थी।
उन्होंने
कहा
कि
मैं
बार-बार
कह
रहा
हूं
कि
भारत
और
पाकिस्तान
को
जम्मू
और
कश्मीर
में
शांति
के
लिए
बात
करनी
होगी।
जब
वे
चीन
से
बात
कर
सकते
हैं
जिसने
हमारे
क्षेत्र
में
प्रवेश
किया
है
और
जो
हमारे
क्षेत्र
में
गांव
बसा
रहा
है,
तो
वे
पाकिस्तान
बात
क्यों
नहीं
कर
सकते
जो
सीमा
पार
है।