बबीता फोगाट को WFI आरोपों की जांच के लिए बनी निगरानी समिति में किया गया शामिल
खेल मंत्रालय द्वारा गठित इस निगरानी समिति की मुखिया एमसी मैरी कॉक को बनाया गया है, इसमें एथलीट जगत के बड़े नाम शामिल हैं।
Babita Phogat joins Oversight Committee for WFI Probe: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया पर लगे अनियमितताओं के आरोपों की जांच के लिए एक निगरानी समिति बनाई गई थी जिसको लेकर प्रोटेस्ट कर रहे रेसलर्स ने बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हमसे राय लिए बगैर समिति बनाई गई है। अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। निगरानी समिति में पूर्व महिला रेसलर बबीता फोगाट को शामिल किया गया है। बॉक्सर एमसी मैरी कॉम को निगरानी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। कुछ रेसलर्स ने दिल्ली एक जन्तर-मन्तर पर प्रोटेस्ट करते हुए रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष के ऊपर यौन उत्पीड़न के आरोप तक लगाए थे।
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रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष और कोचों के ऊपर बड़े आरोप लगने के बाद खेल मंत्रालय ने जांच की निगरानी समिति बनाई। इसमें बॉक्सर एमसी मैरी कॉम को हेड बनाया गया। उनके अलावा पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी तृप्ति मुरगुंडे, पूर्व TOPS सीईओ राजगोपालन, स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया की कार्यकारी निदेशक राधिका श्रीमान शामिल हैं। अब इनके साथ बबीता फोगाट का नाम भी शामिल कर लिया गया है।
इससे पहले गठित इस कमिटी को लेकर बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक आदि ने असंतुष्टि जाहिर की थी। इनका कहना था कि हमें राय लेकर समिति में लोगों को शामिल करने के लिए कहा गया था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। सभी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए मामले को एक बाफ फिर से सभी के सामने लाने का प्रयास किया था। इसके बाद अब खेल मंत्रालय की तरफ से बबीता फोगाट का नाम निगरानी समिति में शामिल कर लिया गया है।
जन्तर-मन्तर पर धरना तीन दिनों तक चला था। इसमें बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और अन्य कुछ रेसलर्स शामिल थे। इसके बाद खेल मंत्रालय के साथ उनकी कुछ मीटिंग्स हुई औत धरना समाप्त करने का निर्णय लिया गया। जांच का आश्वासन मिलने के बाद धरना खत्म हुआ था।
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