FIFA World Cup 2022 : Golden Boot फुटबॉल के महाकुंभ में अब तक किन धुरंधरों ने जीते, जानिए
2022 में फुटबॉल का महाकुंभ Argentina vs France के बीच फाइनल मैच के साथ समाप्त होगा। FIFA World Cup 2022 तक किन फुटबॉलर्स ने जीते Golden Boot Awards। एक नजर गोल करने के साथ शानदार प्रदर्शन करने वाले धुरंधरों पर।
FIFA World Cup का समापन होने के मौके पर Golden Boot Award की बात होती है। FIFA World Cup 2022 Final मैच Argentina vs France खेला गया। अब तक खेले गए 21 वर्ल्डकप टूर्नामेंट में आठ टीमें टाइटल जीत चुकी है। फुटबॉल के महाकुंभ में सबसे शानदार परफॉर्मेंस करने वाले फुटबॉलर को गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया जाता है। 22वें वर्ल्डकप टूर्नामेंट के पटाक्षेप के मौके पर जानिए, अब तक किन खिलाड़ियों को मिले हैं Golden Boot
गोल्डन बूट इंग्लैंड के खाते में
2018 में इंग्लैंड के हैरी केन को गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया गया। उन्होंने चार साल पहले आयोजित हुए फुटबॉल के महाकुंभ में 6 गोल दागे थे।
कोलंबिया के जेम्स रोड्रिग्ज को गोल्डन बूट
आठ साल पहले 2014 का फीफा फुटबॉल वर्ल्डकप ब्राजील में आयोजित हुआ था। कोलंबिया के जेम्स रोड्रिग्ज ने पूरे टूर्नामेंट में 6 गोल दागे और उन्हें गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया गया।
12 साल पहले महाकुंभ से उभरा जर्मन सितारा
2010 में जर्मनी के धाकड़ फुटबॉलर थॉमस मुलर को 5 गोल करने के कारण गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया गया। पूरे टूर्नामेंट में टॉप स्कोरर रहे थॉमस मुलर गोल स्कोर करने के मामले में 12 साल पहले आयोजित हुआ फुटबॉल का महाकुंभ में सितारे की तरह उभरे।
मेजबान देश के फुटबॉलर ने जीता गोल्डन बूट
2010 के चार साल पहले 2006 में FIFA World Cup का मेजबान जर्मनी था। मेजबान टीम के धुरंधर मिरोस्लाव क्लोज ने पूरे टूर्नामेंट में 5 गोल दागे। जर्मनी के इस फुटबॉलर को गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया गया।
रोनाल्डो को गोल्डन बूट अवॉर्ड
दो दशक पहले यानी 2002 में खेले गए फुटबॉल वर्ल्डकप में ब्राज़ील के रोनाल्डो अपने बेहतरीन फॉर्म में थे। फुटबॉल के महाकुंभ में 8 गोल दागने वाले रोनाल्डो को गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया गया। गत पांच वर्ल्डकप के अलावा भी कई सितारों को गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया गया। सूची पर एक नजर और जानिए किस देश के फुटबॉलर को कितने गोल के लिए मिले गोल्डन बूट--1998: डावर सुकर- क्रोएशिया (6 गोल)
- 1994: ओलेग सालेंको- रूस (6 गोल)
- 1990: सल्वाटोर शिलासी- इटली (6 गोल)
- 1986: गैरी लाइनकर- इंग्लैंड (6 गोल)
- 1982: पाओलो रॉसी- इटली (6 गोल)
- 1978: मारियो केम्पेस- अर्जेंटीना (6 गोल)
- 1974: ग्रेज़गोर्ज़ लाटो- पोलैंड (7 गोल)
- 1970: गर्ड मुलर- जर्मनी (10 गोल)
- 1966: यूसेबियो-पुर्तगाल (9 गोल)
- 1962: फ्लोरियन अल्बर्ट- हंगरी (4 गोल)
- 1958: जस्ट फॉनटेन- फ्रांस (13 गोल)
- 1954: सांडोर कोसिस- हंगरी (11 गोल)
- 1950: अडेमिर-ब्राजील (8 गोल)
- 1938: लियोनिदास-ब्राजील (8 गोल)
- 1934: Oldrich Nejedly- चेकोस्लोवाकिया (5 गोल)
- 1930: गुइलेर्मो स्टेबिल- अर्जेंटीना (8 गोल)