आपने उसमें कप्तान के रूप में क्या देखा? मनोज तिवारी ने उठाया चयनकर्ताओं पर सवाल
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम हाल ही में साउथ अफ्रीका दाैरे पर वनडे सीरीज हार गई थी। साथ ही टेस्ट सीरीज हारनी पड़ी। वनडे में रोहित शर्मा के गैरमाैजूदगी में केएल राहुल को कप्तान बनाया गया था, लेकिन वह टीम को एक भी जीत नहीं दिला सके। भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने अब राहुल को कप्तानी देने पर चयनकर्ताओं को घेरा है। राहुल की कप्तानी में भारत दूसरा भी हार गया था, जिससे कई विशेषज्ञों ने उनके कुछ फैसलों पर भी सवाल उठाया।
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द्रविड़ के इस बयान से हैं हैरान
विराट कोहली ने हाल ही में सउथ अफ्रीका से सीरीज हारने के बाद टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था और उनके उत्तराधिकारी को लेकर काफी चर्चा हुई थी। रोहित शर्मा की लगातार चोटों पर विचार करते हुए कई दिग्गजों ने राहुल को अगला दावेदार बताया। वहीं मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि केएल निश्चित रूप से आगे बढ़ेगा। वहीं मनोज तिवारी द्रविड़ के इस बयान से हैरान हैं। उन्होंने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए कहा कि कप्तानी एक ऐसी चीज है जिसे सीमित समय में तैयार नहीं किया जाता है और महसूस किया कि एक खिलाड़ी की पहचान की जा सकती है यदि वह कुछ ही मैचों में भूमिका निभाने के लिए तैयार रहता है।
पूछा ये सवाल
तिवारी ने कहा, "आपने राहुल में कप्तान के रूप में क्या देखा?" अचानक, वे कह रहे हैं कि वे उन्हें भविष्य के कप्तान के रूप में तैयार कर रहे हैं। मुझे समझ में नहीं आता कि आप एक कप्तान को "दूल्हा" कैसे बना सकते हैं। एक व्यक्ति या तो जन्मजात कप्तान होता है या नहीं। कप्तानी स्वाभाविक रूप से आती है, यह एक आपको खुद मिला एक गुण है। कप्तान को तैयार करना संभव है, लेकिन इस प्रक्रिया में लंबा समय लगेगा। निर्णय लेने के बारे में जानने के लिए एक खिलाड़ी को लगभग 20 से 25 मैचों का समय लगेगा, लेकिन फिर भी सफलता की गारंटी नहीं होगी। देखिए, भारत के लिए हर अंतरराष्ट्रीय मैच महत्वपूर्ण है।"
चयनकर्ताओं से हैं ज्यादा निराश
क्रिकेटर से राजनेता बने तिवारी ने कहा कि वह केएल राहुल की कप्तानी की तुलना में चयनकर्ताओं से ज्यादा निराश हैं। पंजाब किंग्स के लिए राहुल की कप्तानी का कार्यकाल भी अच्छा नहीं रहा क्योंकि वे लगातार प्लेऑफ में जाने में नाकाम रहे। तिवारी ने कहा, "हमारे पास जिस तरह के खिलाड़ी थे, उसे देखते हुए हमें वनडे सीरीज 0-3 से नहीं हारनी चाहिए थी। कुछ गलत फैसलों की कीमत हमें सीरीज में उठानी पड़ी। मैं राहुल को उनकी कप्तानी के लिए दोष नहीं दे रहा हूं, लेकिन मैं चयनकर्ताओं से निराश हूं, जिन्हें किसी को संवारने के बजाय एक खिलाड़ी में कप्तानी कौशल की पहचान करनी चाहिए। इसलिए मैं चयनकर्ताओं से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने राहुल को भारत का कप्तान बनाने के लिए क्या देखा।''
बता दें कि फिलहाल रोहित शर्मा को सीमित ओवरों का कप्तान बनाया गया है। वहीं उपकप्तान केएल राहुल को बनाया गया है। लेकिन अभी भी टेस्ट कप्तान के नाम की घोषणा होना बाकी है। रेस में राहुल का नाम भी है क्योंकि उन्हें भविष्य के कप्तान के रूप में देखा जा रहा है।