Tokyo Olympics 2020: BCCI ने खरीदा था नीरज चोपड़ा का 'गोल्डन' भाला, 2 साल बाद हुआ खुलासा
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ओलंपिक पदक विजेताओं ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए थे।
नई दिल्ली, 2 सितंबर: पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ओलंपिक पदक विजेताओं ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए थे। बाद में इस संग्रह की नीलामी कर दी गई और इससे होने वाली आय नमामि गंगे कार्यक्रम में चली गई। स्मृति चिन्ह में नीरज चोपड़ा की भाला भी शामिल था। इसी भाले से नीरज ने गोल्डन थ्रो किया था। करीब दो साल बाद यह पता चला है कि बीसीसीआई ने 1.5 करोड़ रुपये की बोली के साथ भाला जीता था। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।
अधिकारी
ने
किया
खुलासा
2014
में
शुरू
किया
गया
'नमामि
गंगे
कार्यक्रम'
गंगा
नदी
को
साफ
और
संरक्षित
करने
के
प्रयासों
को
एकीकृत
करता
है।
यह
नीलामी
2021
में
सितंबर
से
अक्टूबर
के
बीच
हुई
थी।
बीसीसीआई
के
एक
अधिकारी
ने
न्यूज
एजेंसी
को
बताया
,
बीसीसीआई
ने
नीरज
के
भाले
पर
बोली
लगाई
थी।
इसके
अलावा
भी
कुछ
और
वस्तुओं
पर
बोली
लगाई।
नमामि
गंगे
एक
नेक
काम
है
और
बोर्ड
के
पदाधिकारियों
को
लगा
कि
देश
के
प्रमुख
खेल
संगठनों
में
से
एक
होने
के
नाते
यह
देश
के
प्रति
हमारा
कर्तव्य
है।
बता
दें
कि
बीसीसीआई
ने
कोरोना
महामारी
के
दौरान
भी
पीएम
केयर्स
फंड
में
51
करोड़
रुपये
दिये
थे।
1348
स्मृति
चिन्ह
बिके
थे
बीसीसीआई
ने
नीरज
चोपड़ा
के
भाले
के
अलावा
भारतीय
पैरालम्पिक
दल
के
हस्ताक्षर
वाला
अंगवस्त्र
भी
एक
करोड़
रुपये
में
खरीदा
था।
चोपड़ा
का
भाला
ई
नीलामी
में
सबसे
महंगा
बिका
जबकि
भवानी
देवी
की
तलवार
सवा
करोड़
रुपये
में
और
पैरालम्पिक
चैम्पियन
सुमित
अंतिल
का
भाला
एक
करोड़
20
हजार
रुपये
में
बिका।
लवलीना
बोरगोहेन
के
मुक्केबाजी
दस्ताने
91
लाख
रुपये
में
बिके।
ई
नीलामी
में
1348
स्मृति
चिन्ह
बिके,
जिनमें
खेलों
से
जुड़े
सामान
भी
थे।
इनके
लिये
8600
बोलियां
लगाई
गईं।