रवि शास्त्री ने 1985 में देश के लिए किया था बड़ा काम, 'T20 WC में इस बार ये खिलाड़ी भी वही करेगा'
नई दिल्ली, 13 सितंबर: ऑस्ट्रेलिया में होने वाले T20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया ने अपनी टीम की घोषणा कर दी है जहां हार्दिक पांड्या एक मुख्य ऑलराउंडर के तौर पर खेलने जा रहे हैं। हार्दिक पूरी तरह क्रिकेट में वापसी कर चुके हैं और उनसे काफी उम्मीदें हैं। हार्दिक ने जब एशिया कप में परफॉर्म किया तो भारतीय टीम आसानी से जीत गई लेकिन जिन मुकाबलों में हार्दिक उम्मीद के मुताबिक नहीं खेल पाए उसमें भारत का भी बुरा हाल हुआ।
भारत के ट्रंप कार्ड साबित होंगे
इससे पता चलता है कि एक अच्छी फॉर्म वाला हार्दिक पांड्या टीम इंडिया के लिए कितना अहम खिलाड़ी है। ऑस्ट्रेलिया की तेज और बाउंसी पिचे पांड्या की गेंदबाजी को सपोर्ट कर सकती हैं, बस उनको अपनी परफॉर्मेंस में कंसिस्टेंसी दिखानी होगी, जिसको वे एशिया कप में दिखाने में नाकामयाब रहे। लेकिन ये उनके लिए अच्छा मल्टी नेशन इवेंट अनुभव रहा जो टी20 वर्ल्ड कप से पहले फायदेमंद साबित होगा। भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का भी मानना है कि हार्दिक पांड्या भारत के ट्रंप कार्ड साबित होंगे।
बेहतर बल्लेबाज और गेंदबाज के अलावा एक जबरदस्त फील्डर
गावस्कर का यह भी मानना है कि जो काम रवि शास्त्री ने 1985 में ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट में करके दिखाया था वही काम इस बार हार्दिक पांड्या कंगारू देश में कर सकते हैं। इंडिया टुडे से बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि हार्दिक पांड्या T20 वर्ल्ड कप में अपनी ऑलराउंड क्षमता के चलते हैं बहुत बड़े ट्रंप कार्ड साबित होंगे। इसके साथ ही वे बेहतर बल्लेबाज और गेंदबाज के अलावा एक जबरदस्त फील्डर भी हैं।
लीजेंडरी बल्लेबाज रह चुके हैं गावस्कर ने कहा कि शास्त्री के ऑलराउंडर परफॉर्म ने भारत को 1985 की वर्ल्ड चैंपियनशिप में एक बेहतरीन जीत दिलाई थी जो काफी फेमस रही थी।
रवि शास्त्री ने 1985 में क्या किया था
ये जीत भारत द्वारा कपिल देव की अगुवाई में जीते गए 1983 के विश्व कप के 2 साल बाद आई थी। रवि शास्त्री ने टूर्नामेंट में तीन फिफ्टी लगाते हुए पांच मैचों में 8 विकेट भी चटकाए थे जिसमें उनका इकोनामी रेट 3.32 रहा था। भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराते हुए वह ट्रॉफी उठा ली थी। गावस्कर ने तब अपनी कप्तानी में काफी सुर्खियां बटोरी थी। उनकी तारीफें हुई क्योंकि उन्होंने लेग स्पिनर शिवरामाकृष्णन का बहुत अच्छी तरीके से इस्तेमाल किया था। बता दे वह 50 ओवर का कंपटीशन था।
रवि शास्त्री के कारनामे को दोहराने में कामयाब रहेगा ये खिलाड़ी
जब भारत की टीम T20 वर्ल्ड कप के लिए घोषित हुई तो गावस्कर ने बात करते हुए कहा, मुझे लगता है कि जो रवि शास्त्री ने 1985 में किया जबरदस्त था, उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से पूरे टूर्नामेंट में परफॉर्म किया और कुछ बढ़िया कैच भी लपके थे। हार्दिक पांड्या भी ऐसा करने में पूरी तरह सक्षम है। ये भी मत भूलिए कि हार्दिक पांड्या बहुत जबरदस्त रनआउट भी कर चुके हैं। वे गेंदबाजों के छोर पर बेहतरीन थ्रो करने की काबिलियत रखते हैं। तो वे गेंदबाजी और बल्लेबाजी के अलावा फील्डिंग में भारत के लिए खेल को पलट सकते हैं। मुझे कोई ताज्जुब नहीं होगा अगर वे 1985 के रवि शास्त्री के कारनामे को दोहराने में कामयाब रहें।
उम्मीदों पर कायम उतरना अब हार्दिक के हाथों में
हार्दिक पांड्या T20 वर्ल्ड कप के लिए पूरी तरह बार वार्म-अप हो चुके हैं। उन्होंने पर्याप्त क्रिकेट खेल लिया है। इससे पहले उनको काफी लंबी चोट लगी थी लेकिन अब वह भारत के सबसे कंसिस्टेंट परफॉर्मर हैं और यह बैट व बॉल दोनों से हो रहा है। आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस को जिस तरीके से हार्दिक ने लीड किया उसके बाद लगा ही नहीं कि यह इस टीम का डेब्यू है। हार्दिक ने 140 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 15 पारियों में 331 रन बनाए थे और 12 विकेट भी चटकाए थे।
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