वो बॉलर हवा से बातें करता था, सुनील गावस्कर ने बताया कौन था सबसे तेज गति का गेंदबाज
नई दिल्लीः भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने क्रिकेट के मैदान पर दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों का सामना किया है। गावस्कर ने तूफानी गेंदबाजों के सामने भी बल्लेबाजी का रुतबा कायम रखा और यह उनकी महानता का एक और बड़ा सबूत है। वह समय कुछ ऐसा था कि टीमें बहुत ही जुनून के साथ टेस्ट क्रिकेट खेलती थी और खिलाड़ी अपनी जी जान लगा देते थे। तब क्रिकेट अपेक्षाकृत कम भी होता था जिसके कारण खिलाड़ी मजबूत शरीर के और फिट रहते थे। गावस्कर ने माइकल होल्डिंग, मैलकम मार्शल, डेनिस लिली और जे थॉमसन जैसे तूफानी गेंदबाजों का सामना किया जिनके सामने बल्लेबाजों के हाथ पैर ठंडे पड़ जाते थे।
सुनील गावस्कर कभी भी हेलमेट पहनकर नहीं खेले-
यह बात भी ध्यान में रखनी बहुत जरूरी है कि केवल 5 फुट 5 इंच लंबे सुनील गावस्कर अपने जीवन में इन तूफानी गेंदबाजों का सामना करते हुए कभी भी हेलमेट पहनकर नहीं खेले। गावस्कर का यह खुद के ऊपर भरोसा था और यह उनकी काबिलियत थी। गावस्कर ऑस्ट्रेलिया के ज्योफ थॉमसन को सबसे तेज गेंदबाज मानते हैं। गावस्कर मानते हैं कि उन्होंने जितने भी फास्ट बॉलरों का सामना किया उसमें जे थॉमसन सबसे तेज थे। गावस्कर यह कहते हुए एक दिलचस्प वाकया भी याद करते हैं जो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में हुआ था।
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जैफ थॉमसन को सबसे तेज गेंदबाज मानते हैं-
भारत के पूर्व कप्तान याद करते हैं कि किस तरीके से तत्कालीन भारतीय ओपनर चेतन चौहान ने थॉमसन को चिढ़ा दिया था और फिर इस तेज गेंदबाज ने जो स्पैल फेंका वो गावस्कर ने अपने करियर में सबसे तेज गेंदबाजी वाला स्पेल बताया है।
गावस्कर सुपर स्पोर्ट पर बात करते हुए कहते हैं, "ज्योफ थॉमसन सबसे तेज गेंदबाज थे जिनका मैंने सामना किया। सिडनी में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था और हमने 140 या उसके आसपास उनको आउट कर दिया था और आप जानते ही हैं जब तक एक कप्तान टॉस जीतता है तो क्या होता है। तेज गेंदबाज पूरे दिन अपने ट्रैक सूट में रहते हैं। उनको अपनी टेस्ट मैच की आउटफिट पहनने की जरूरत नहीं थी लेकिन थॉमसन चाय से पहले ही अपने कपड़ों में मौजूद थे और फिर हल्की सी बारिश की बूंदे भी शुरू हो गई जहां पर अंपायर ने खिलाड़ियों को मैदान से बाहर तो नहीं भेजा लेकिन उस हल्की-फुल्की बारिश ने पिच को तरोताजा कर दिया।"
थॉमसन ने चेतन चौहान को गलत समझ लिया-
गावस्कर कहते हैं कि ज्योफ थॉमसन ने चेतन चौहान की बातों को थोड़ा सा अलग तरीके से समझा जबकि मामला कुछ और था और इसके बाद उन्होंने अविश्वसनीय स्पेल फेंका। 72 साल के गावस्कर उस किस्से को याद करते हुए बताते हैं कि, जे थॉमसन अलग ही किस्म के बंदे थे। वे उस समय गेंदबाजी करने को लेकर खुश नहीं थे। उसके बाद हुआ यह कि मेरे ओपनिंग पार्टनर चेतन चौहान आमतौर पर स्लैश किया करते थे जिसके बाद गेंद का पीछा किया जाता था। उन्होंने थॉमसन पर भी ऐसे ही शॉट खेला और वह टॉप एज लगकर एक टप्पा खाकर चौके के लिए चला गया।
वो मेरे करियर का सबसे तेज स्पैल था- गावस्कर
गावस्कर आगे कहते हैं कि सिडनी में मेहमान टीम का चेंजिंग रूम घरेलू टीम के चेंजिंग रूम की तुलना में पास है। तो जैसे ही वह गेंद बाउंड्री पर गई हर कोई खड़ा हो गया और चिल्लाने लगा जिसको हम सब इसको सुन सकते थे। चेतन चौहान को लगा कि यह सभी लोग मजे कर रहे हैं और उन्होंने भी अपना सिर हिलाते हुए हंसना शुरू कर दिया। लेकिन उसी समय उन्होंने जॉब थॉमसन के साथ आई कांटेक्ट कर लिया जो उस समय अपने फॉलो थ्रू में थे और उनको चेतन चौहान का इस तरीके से आंखों में आंख डालकर देखकर हंसना पसंद नहीं आया और उसके बाद उन्होंने अपनी गेंदों के जरिए जहर उगला।
थॉमसन को लगा कि चेतन चौहान उनके ऊपर हंस रहे हैं। तो वे आगे बढ़े और उन्होंने चेतन चौहान के हेलमेट पर एक क्रॉस बना दिया और कहा कि मैं तुमको यहां पर हिट करूंगा और उसके बाद देखता हूं तुम कैसे हंसते हो चेतन चौहान ने कहा जो करना चाहते हो करो और मैं तब नॉन स्ट्राइकर एंड पर था साथ ही चेतन को यह बताने की कोशिश कर रहा था कि ऐसा मत करना। मैंने मराठी में चेतन चौहान से बात की और उन्होंने कहा कि मैं राजपूत हूं और अपने कदम पीछे नहीं लूंगा। और उसके बाद जब थॉमसन ने जो तूफानी गेंदबाजी की वह हवा से बातें कर रहे थे। सब कुछ इधर-उधर उड़ता हुआ दिखाई दे रहा था। वह अविश्वसनीय था। वह मेरी जिंदगी में खेला गया सबसे तेज स्पेल था।